NEET पेपर लीक मामला: CBI ने पटना AIIMS के 3 डॉक्टरों को हिरासत में लिया
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG पेपर लीक मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बिहार में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पटना के 3 डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। तीनों पर पेपर लीक और प्रवेश परीक्षा में अनियमितता का आरोप है। जांच एजेंसी के अधिकारी गुरुवार को इनसे पूछताछ करेंगे। CBI ने इनके कमरों को सील कर दिया है और इनके लैपटॉप और मोबाइल को कब्जे में लिया है। तीनों 2021 बैच के डॉक्टर हैं।
अब तक गिरफ्तार हो चुके 9 लोग
CBI ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे एक दिन पहले पेपर चोरी के आरोप में पटना और झारखंड के हजारीबाग से राजू सिंह और पंकज कुमार को गिरफ्तार किया था। पंकज कुमार पेपर लीक माफिया का हिस्सा है और उसने राजू की मदद से पेपर चोरी किए थे। पटना की विशेष कोर्ट ने पंकज और राजू को 14 और 10 दिन की CBI हिरासत में भेजा है। सरगना राकेश रंजन उर्फ रॉकी भी हिरासत में है।
सुप्रीम कोर्ट में आज है सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में NEET पेपर लीक समेत गड़बड़ियों से जुड़ी कई याचिकाओं पर गुरुवार (18 जुलाई) को सुनवाई होगी। 11 जुलाई को हुई सुनवाई में केंद्र और राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की प्रतिक्रिया न मिलने के कारण कोर्ट ने परीक्षा रद्द करने, दोबारा परीक्षा कराने और गड़बड़ी की जांच की मांग करने वाली याचिकाओं को 18 जुलाई तक के लिए स्थगित किया था। इससे पहले 8 जुलाई को कोर्ट ने कहा था कि NEET की पवित्रता का उल्लंघन हुआ है।
क्या है NEET विवाद?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद हुए। जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में 720 अंक आए थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में 38 याचिकाएं दायर हैं। CBI और बिहार में EOU मामले की जांच कर रहे हैं। अब तक कई गिरफ्तारी हुई है।