मैसूर गैंगरेप: पुलिस ने पांच आरोपी दबोचे, गृहमंत्री ने कही मामला सुलझाने की बात
क्या है खबर?
मैसूर में 23 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले मेें पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने मामले से जुड़े पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है।
इधर, राज्य के गृह मंत्री अराज्ञा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि पुलिस ने सफलतापूर्वक मामले को सुलझा लिया है। इसके बाद पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से मामले के खुलासे की जानकारी दी।
पृष्ठभूमि
क्या हैं छात्रा से गैंगरेप का मामला?
मंगलवार रात को कर्नाटक के मैसूर में एक 23 वर्षीय MBA छात्रा के साथ गैंगरेप के मामला सामने आया था।
पीड़िता अपने दोस्त के साथ चमुंडी पहाड़ी से लौट रही थी, तभी रास्ते में पड़ने वाले जंगल में चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसके साथ हैवानियत की।
विरोध करने पर आरोपियों ने पीड़िता के दोस्त के साथ जमकर मारपीट भी की थी। इससे पीड़िता गहरे सदमे में है और अभी तक पुलिस को बयान नहीं दे सकी है।
हालात
वारदात के समय शराब के नशे में थे आरोपी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि वारदात के समय आरोपी शराब के नशे में थे, तभी उन्होंने चमुंडी पहाड़ी पर इस युगल को देखा। शुरुआत में उन्होंने युगल से लूटपाट करनी चाहिए, लेकिन बाद में वो पीड़िता को दूसरी जगह ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया। पीड़िता को मैसूर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया अलानाहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही थी।
बयान
गृह मंत्री ने पीड़िता को लेकर दिया था असंवेदनशील बयान
मामले में गृह मंत्री ने ज्ञानेंद्र ने कहा था, "शाम 7-7:30 बजे वो लोग वहां गए थे। यह सुनसान जगह है। उन्हें नहीं जाना चाहिए था, लेकिन हम लोगों को नहीं रोक सकते। यह सुनसान जगह है और अकसर लोग जाते नहीं हैं।"
इसी तरह पर्यटन मंत्री आनंद सिंह ने कहा था कि लड़की को रात में एकांत जगह पर नहीं घूमना चाहिए था। इसके बाद गृह मंत्री और पर्यटन मंत्री दोनों के बयानों की कड़ी निंदा हो रही थी।
आश्वासन
मुख्यमंत्री ने दिया था जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन
मामले में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित करेगी और दोषी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।
उन्होंने कहा कि जांच में कोई समझौता नहीं होगा और जल्द ही विशेष टीम अपना काम शुरू कर देगी।
इसी तरह उन्होंने गृह मंत्री के बयान पर भी असहमति जताते हुए कहा था, "मैं इस मामले में गृह मंत्री की टिप्पणी से सहमत नहीं हूं। मैंने उन्हें सफाई देने को कहा है।"
कार्रवाई
पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार- सूद
मामले का खुलासा करते हुए DGP सूद ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर गठित टीम ने आस-पास के लोगों से पूछताछ की और उसके बाद संदिग्ध लोगों की पहचान की। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने वारदात कुबूल ली। इसके बाद उनकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया एक आरोपी अभी भी फरार है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी तमिलनाडु के हैं और यहां मजदूरी करते हैं।
रोक
कुक्काराहल्ली झील के आसपास छात्रों के आवागमन पर लगाई रोक
इधर, घटना के बाद पुलिस के निर्देश पर मैसूर यूनिवर्सिटी ने कुक्काराहल्ली झील के आसपास छात्रों के आवागमन पर रोक लगा दी है।
आदेश में कहा गया है कि शाम 06:30 बजे के बाद कुक्काराहल्ली झील क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक रहेगी। पुलिस शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक झील क्षेत्र में गश्त करेगी। गंगोत्री परिसर में शाम 06:30 बजे के बाद महिलाओं को अकेले घूमने भी रोक लगाई गई है।