उत्तर प्रदेश: मथुरा में गोमांस की तस्करी के शक में मुस्लिम युवक की बेरहमी से पिटाई
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के मथुरा में गोमांस की तस्करी के शक में एक मुस्लिम युवक की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है।
गोवर्धन के इस मामले में ग्रामीणों और कुछ तथाकथित गोरक्षकों ने जानवरों के अवशेष ले जा रहे पीड़ित के वाहन को रोक लिया और इसमें गोमांस होने के शक में पीड़ित की बंधक बनाकर पिटाई की।
पीड़ित अभी अस्पताल में भर्ती है और पुलिस ने वाहन में गोमांस नहीं होने की बात कही है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, 20 मार्च को एक पिकअप गाड़ी गोवर्धन से हाथरस के सिकंदराराऊ के लिए निकली थी, तभी गोवर्धन के पास जैत थाना क्षेत्र के राल कस्बे में कुछ ग्रामीणों ने उसे रोक लिया।
जब ग्रामीणों ने गाड़ी के अंदर चेक किया तो उन्हें इसमें जानवरों के अवशेष मिले और उन्होंने गुस्से में आकर गाड़ी को पलट दिया। पलटने पर गाड़ी से जानवरी की हड़्डियां और खाल आसपास बिखर गए और ये देख ग्रामीण और भड़क गए।
मारपीट
ड्राइवर को कमरे में बंद कर बेल्ट से पीटा गया
ग्रामीणों को गाड़ी के जरिए गोमांस और गोवंश की तस्करी किए जाने का शक हुआ और उन्होंने इसके ड्राइवर आमिर और अन्य दो लोगों को बंधक बना लिया।
आमिर को एक कमरे में बंद कर खूब पीटा गया और इसका एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में भीड़ को आमिर को चमड़े की बेल्ट से पीटते हुए देखा जा सकता है।
केवल एक शख्स ने मारपीट रोकने की कोशिश की, लेकिन उसे भी एकतरफ कर दिया गया।
जानकारी
पुलिस ने मौके पर पहुंच बंधकों को छुड़ाया
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी बंधकों को ग्रामीणों से छुड़ाया। आमिर को कुछ चोटें आई हैं और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, उसकी चोटें गंभीर नहीं हैं।
बयान
पुलिस ने मामले पर क्या कहा?
मथुरा के पुलिस अधीक्षक (शहर) मार्तंड प्रकाश सिंह ने घटना पर बयान जारी करते हुए कहा, "जांच में प्रथमदृष्टया ये तथ्य प्रकाश में आया कि रामेश्वर वाल्मीकि, जोकि गोवर्धन के रहने वाले हैं, उन्हें ग्रामीण स्वच्छता मिशन के तहत मृत पशुओं के अवशेष निस्तारण करने के लिए जिला पंचायत से अधिकारपत्र (लाइसेंस) मिला हुआ है। उनके द्वारा ही जानवरों के ये अवशेष भेजे जा रहे थे।"
उन्होंने बताया कि ये अवशेष हाथरस के सिकंदराराऊ भेजे जा रहे थे।
शुरूआती जांच
गाड़ी में कोई भी गोवंश या गोमांस नहीं मिला- सिंह
SP सिंह ने आगे कहा कि अभी तक की जांच में पिकअप गाड़ी में कोई भी गोवंश या गोमांस नहीं पाया गया है।
उन्होंने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है और सबूत इकट्ठा कर कार्रवाई की जा रही है।
मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने घटनास्थल पर शांति होने की बात कही है।