अब गुजरात के दो सरकारी अस्पतालों में एक महीने में 200 से अधिक बच्चों की मौत
राजस्थान के कोटा के बाद अब गुजरात के दो अस्पतालों में पिछले एक महीने में 200 से अधिक बच्चों के मरने की खबर सामने आई है। दिसंबर के महीने में राजकोट के सरकारी अस्पताल में 134 और अहमदाबाद के सरकारी अस्पताल में 85 बच्चों की मौत हो गई। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से जब पत्रकारों ने इसके बारे में सवाल किया तो वो बिना कोई जवाब दिए ही वहां से निकल गए।
राजकोट के अस्पताल में एक साल में 1,235 बच्चों की मौत
खबरों के अनुसार, राजकोट के सरकारी अस्पताल में जनवरी 2019 से दिसंबर 2019 के बीच में लगभग 1,235 बच्चों की मौत हुई है। दिसंबर में सबसे अधिक 134 बच्चों की मौत हुई, जबकि अक्टूबर में 131 बच्चों की मौत हुई। नवंबर में 101 बच्चों ने इस अस्पताल में दम तोड़ा। अप्रैल और मई के महीने इस मामले में बाकी महीनों से थोड़े बेहतर रहे और अप्रैल में 77 और मई में 78 बच्चों की मौत हुई।
अहमदाबाद के अस्पताल में तीन महीने में 265 बच्चों की मौत
वहीं अहमदाबाद के सरकारी अस्पताल में पिछले तीन महीनों में 265 बच्चों की मौत हो चुकी है। अस्पताल में अक्टूबर में सबसे अधिक 93 बच्चों की मौत हुई। नवंबर में 87 और दिसंबर में 85 बच्चों की मौत हुई। अस्पताल के अधीक्षक जीएस राठौड़ ने बताया, "दिसंबर में नवजातों के ICU में 455 नवजातों को दाखिल किया गया जिनमें से 85 की मौत हो गई।" दोनों अस्पतालों ने बच्चों की मौत के कारणों पर कुछ नहीं कहा है।
कांग्रेस ने बोला भाजपा पर हमला
दोनों अस्पतालों में बच्चों की मौत को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोला है। महिला कांग्रेस प्रमुख और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुष्मिता देव ने ट्वीट करते हुए मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से सवाल किया। उन्होंने लिखा, 'क्या नरेंद्र मोदी और डॉ हर्षवर्धन अब भी शांत रहेंगे? उम्मीद करती हूं कि राष्ट्रीय मीडिया इस त्रासदी पर ध्यान आकर्षित करेगी। बच्चों को लेकर चिंता एकतरफा नहीं होनी चाहिए?'
उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने भी नहीं बताया बच्चों की मौत का कारण
वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "मुझे इस मुद्दे की जानकारी नहीं है। मैं आपको इसकी जांच करने के बाद ही सही बात बता सकता हूं।"
राजस्थान में भाजपा कांग्रेस पर हमलावर
गौरतलब है कि गुजरात की स्थिति राजस्थान के बिल्कुल विपरीत है जहां कांग्रेस की सरकार है और कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए भाजपा कांग्रेस पर हमलावर है। कोटा के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर की शुरूआत से अब तक 110 बच्चों की मौत हो चुकी है। मामला राष्ट्रीय सुर्खियों में होने की बावजूद अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले, मामले पर न हो राजनीति
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बच्चों की मौत पर कहना है कि उनकी सरकार मामले को लेकर संवेदनशील है और बच्चों की मौत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। इस बीच राज्य सरकार द्वारा बनाई गई जांच समिति ने बच्चों की मौत के मामले में अस्पताल को क्लीन चिट दे दी है। समिति का कहना है कि अस्पताल ने बच्चों को उचित इलाज दिया और उसकी ओर से लापरवाही का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।