बिहार: पुल और ट्रेन इंजन के बाद अब टावर हुआ चोरी, कर्मचारी बनकर आए थे चोर
पिछले दिनों बिहार में लोहे के पुल और ट्रेन के इंजन चोरी होने जैसी घटनाएं सामने आई थीं। इसी कड़ी में अब राज्य के पटना शहर में एक मोबाइल टावर की चोरी का मामला सामने आया है। इसमें चोरों ने पूरे दो दिन का समय लिया और टावर को मशीन से काटकर उसके भागों को ट्रक में भरकर फरार हो गए। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
19 लाख रुपये है चोरी हुए मोबाइल टावर की कीमत
फ्री प्रेस जर्नल के मुताबिक, चोरों के एक गिरोह ने खुद को मोबाइल टावर कंपनी के कर्मचारी बताते हुए पटना के गर्दनीबाग थाने के यारपुर राजपूताना इलाके में स्थित एक मोबाइल टावर को खोलना शुरू कर दिया। इस मोबाइल टावर की कीमत लगभग 19 लाख रुपये थी। चोरों ने टावर को दो दिन में बड़े आराम से खोला और फिर एक ट्रक में टावर के हिस्सों को लोड करके वहां से निकल गए।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
टावर को खोलते समय जब जमीन के मालिक ने अपनी जमीन का बकाया किराया मांगा तो चोरों ने कह दिया कि कंपनी बंद हो गई है और टावर के हिस्सों को बेचकर पैसा दिया जाएगा। इसके बाद शनिवार को मोबाइल कंपनी के अधिकारी खराब टावर का निरीक्षण करने मौके पर पहुंचे तो उन्हें टावर गायब मिला। आसपास पूछताछ करने पर अधिकारियों को पता चला कि खुद को कंपनी के कर्मचारी बताने वाले कुछ लोग टावर को खोलकर ले गए हैं।
पुलिस ने शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू की
चोरी का खुलासा होने पर मोबाइल टावर के अधिकारियों ने गर्दनीबाग थाने में टावर चोरी होने की शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के बाद चोरों की तलाश शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 25 चोरों का एक गिरोह कई उपकरण और गैस कटर से लैस होकर मोबाइल टावर को तोड़ने के लिए घटनास्थल पर पहुंचा था।
बेगूसराय में चोरी हुआ था पूरा इंजन
इससे पहले चोरों ने राज्य के बेगूसराय में स्थित गरहारा रेलवे यार्ड में मरम्मत के लिए आए एक डीजल इंजन के कई पुर्जों को चुरा लिया था। इसके लिए चोरों ने एक सुरंग खोदी थी, जिसके जरिए वह इंजन के पुर्जों को चुराकर बोरों में भरकर ले जाते थे। पुलिस ने मामले में सात लोगों को हिरासत में लिया था। इसी साल अप्रैल में 500 टन वजनी स्टील का पुल चोरी होने का मामला भी सामने आया था।