तमिलनाडु: चोरी के शक में ग्रामीणों ने परिवार को पीटा, 10 वर्षीय बच्ची की मौत
तमिलनाडु के पुदुकोट्टाई जिले में भीड़ ने एक परिवार का पीछा कर उस पर हमला कर दिया, जिसमें 10 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई है। भीड़ को शक था कि परिवार गांव के मंदिर में चोरी कर रहा है। इसी शक के आधार पर भीड़ ने परिवार पर हमला कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
व्हाट्सऐप पर वायरल हुआ था मैसेज
इंडिया टुडे के अनुसार, 14 नवंबर को पुदुकोट्टाई के किलानुर गांव में एक व्हाट्सऐप मैसेज शेयर किया गया कि कुछ लोग सड़क किनारे बने मंदिर में चोरी कर रहे हैं। यह मैसेज तेजी से गांव में फैल गया और लोगों ने ऑटो रिक्शा से जा रहे छह बाहरी लोगों को चोर समझकर उनका पीछा करना शुरू कर दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग दर्जनों मोटरसाइकिलों पर सवार होकर ऑटो रिक्शा का पीछा कर रहे हैं।
पुलिस ने परिवार को बचाया
ग्रामीणों ने माचुवाड़ी इलाके में ऑटो रिक्शा को घेरकर रोक लिया और इसमें सवार एक परिवार के साथ मारपीट शुरू कर दी। सूचना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने परिवार को भीड़ से बचाया। घायल अवस्था में परिवार को स्थानीय सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां बुधवार शाम को 10 वर्षीय बच्ची ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि भीड़ के हमले में बच्ची को गंभीर चोटें आई थीं।
परिवार का क्या कहना है?
मृतक बच्ची की मां लिली पुष्पा ने अब आरोपियों के खिलाफ गनेश नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। कुड्डालोर की रहने वालीं पुष्पा ने बताया कि वो दो महीने पहले अपने परिवार के साथ मंदिरों के दर्शन के लिए ऑटो रिक्शा में निकले थे। 14 नवंबर को किलानुर गांव के पास तीन लोगों ने उनके साथ झगड़ा किया था। जब उनके पति सत्यनारायणसामी ने बीच-बचाव किया तो तीनों लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
मामले की जांच में कर रही पुलिस
आरोप-प्रत्यारोपों के बीच ग्रामीणों द्वारा शूट किया गया एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें परिवार को कथित तौर पर मंदिर से चोरी करते हुए देखा जा सकता है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है, जब व्हाट्सऐप मैसेज के जरिये पहुंचाई गई सूचनाओं के आधार पर इस तरह की हिंसा की घटनाएं हुई हैं। इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब व्हाट्सऐप के जरिये फैली अपुष्ट खबरों पर मारपीट की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसके बाद व्हाट्सऐप ने अपने दिशानिर्देशों में बदलाव किए थे और केंद्र सरकार की तरफ से भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।