वायनाड त्रासदी के बीच हुआ चमत्कार, वनकर्मियों ने 5 दिन बाद 4 बच्चों को जिंदा बचाया
केरल के वायनाड में हुए विनशाकारी भूस्खलन में मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। अब तक 341 लोगों के शव बरामद हुए हैं, जिनमें से 146 की पहचान हो चुकी है। इसी तरह 134 लोगों के शरीर के अंग मिले हैं। इस बीच बड़ा चमत्कार भी देखने को मिला है। क्षेत्र के वनकर्मियों ने जंगल में फंसे आदिवासी समुदाय 6 लोगों को जिंदा बचा लिया है। इनमें शामिल 4 बच्चों की उम्र 1 से 4 साल के बीच है।
वनकर्मियों ने 4 घंटे के अभियान के बाद बच्चों को बचाया
कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के हशीस ने बताया कि गुरुवार को एक महिला और उसके 4 साल के बच्चे को वन क्षेत्र के पास भटकते देखा था। उन्होंने बताया कि उनके पति और 3 बच्चे पहाड़ी पर गुफा में फंसे हैं। इसके बाद 4 सदस्यीय दल ने साढ़े 4 घंटे की मशक्कत के बाद पहाड़ी पर पहुंचकर चारों को बचा लिया। उन्होंने बताया कि उस गुफा के दूसरी तरफ खाई थी और नीचे आने का कोई रास्ता नहीं था।
बच्चों को शरीर से बांधकर नीचे उतारा
वन अधिकारी हशीस ने बताया कि यह परिवार पनिया समुदाय से है, जो बाहरी लोगों से संपर्क नहीं रखता है। यह समुदाय वन उत्पादों को बाजार में बेचकर चावल खरीदता हैं और अपना पेट भरता है। उन्होंने बताया कि वन टीम जब चारों सदस्यों के पास पहुंची तो वो घबरा गए। इसके बाद उन्हें समझाया साथ आने के लिए राजी किया। पहाड़ी रास्ता खराब होने से वनकर्मियों ने बच्चों को शरीर से बांधकर रस्सी के सहारे पहाड़ी से नीचे उतारा।
मुख्यमंत्री विजयन ने की वनकर्मियों की सराहना
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने वनकर्मियों के इस प्रयास की सराहना की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'भूस्खलन प्रभावित वायनाड में हमारे साहसी वन अधिकारियों द्वारा 8 घंटे के अथक अभियान के बाद एक सुदूर आदिवासी बस्ती से छह कीमती जानें बचाई गईं। वन अधिकारियों का ये जज्बा हमें याद दिलाता है कि संकट की इस घोर घड़ी में भी केरल की जीवटता चमकती रहती है। हम उम्मीदों के साथ एकजुट होकर पुनर्निर्माण करेंगे और मजबूत होकर फिर से उबरेंगे।'