मनमोहन सिंह का आज निगम बोध घाट पर होगा अंतिम संस्कार, बनाया जाएगा समाधि स्थल
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह 11:45 बने निगम बोध घाट पर होगा। उनकी बेटियाें के अमेरिका में होने और उनके वापस आने के इंतजार में शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था। बता दें कि सिंह का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार रात को दिल्ली AIIMS में निधन हो गया था। उसके बाद से ही उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है।
कांग्रेस मुख्यालय से निकाली जाएगी सिंह की अंतिम यात्रा
सिंह का पार्थिव शरीर सुबह करीब 8 बजे उनके सरकारी आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया। पिछले 10 वर्षों से वह इसी बंगले में रह रहे थे। पार्टी मुख्यालय पर उनका पार्थिव शरीर करीब डेढ़ घंटे पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं व प्रशंसकों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके अलावा, आम जन भी उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद करीब साढ़े 9 बजे पूर्व प्रधानमंत्री की अंतिम यात्रा रवाना होगा निगम बोध घाट पहुंचेगी।
कांग्रेस मुख्यालय पर लगी नेताओं की भीड़
सिंह की अंतिम यात्रा को देकर देर रात से ही कांग्रेस मुख्यालय पर तैयारियां शुरू हो गई थी। सुबह सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी सहित विभिन्न नेता सिंह के आवास पहुंचे और उनके पार्थिव देह को सम्मान के साथ लेकर कांग्रेस मुख्यालय के लिए रवाना हुए। वहां भी कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं की भीड़ जमा रही। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी कांग्रेस मुख्यालय पहुंच चुके हैं।
बनाया जाएगा सिंह का समाधि स्थल
इधर, केंद्र सरकार ने सिंह के सम्मान में उनका समाधि स्थल बनाने का भी ऐलान किया है। हालांकि, इसके लिए अभी जमीन का आवंटन नहीं किया गया है। गृह मंत्रालय की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के समाधि स्थल के लिए जमीन आवंटन की मांग की गई थी। ऐसे में सरकार ने समाधि स्थल बनाने के लिए जमीन आवंटित करने का निर्णय किया है।
कांग्रेस ने समाधि स्थल के लिए यमुना किनारे मांगी है जमीन
कांग्रेस अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं ने सिंह के अंतिम संस्कार के लिए केंद्र से दिल्ली में यमुना किनारे जगह देने का आग्रह किया था, जहां देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मृति स्थल हैं। इसी तरह राहुल और प्रियंका गांधी ने जगह की कमी और अनुपलब्धता की स्थिति में इंदिरा गांधी के अंतिम संस्कार स्थल 'शक्ति स्थल' से कुछ जगह दिए जाने का सुझाव दिया था। अब सरकार ने जमीन आवंटन के लिए समिति का गठन किया है।
सिंह का गुरुवार रात को हुआ था निधन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिंह 92 साल के थे। गुरुवार रात को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए थे। संसद के ऊपरी सदन में उनका 33 साल का कार्यकाल समाप्त हुआ था। सिंह 2004 से 2014 तक लगातार देश के प्रधानमंत्री रहे थे।
केंद्र ने घोषित किया 7 दिन का राष्ट्रीय शोक
सिंह के निधन के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। इसी तरह देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी राजकीय शोक मनाने का निर्णय लिया है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुकाया गया है। बता दें कि सिंह देशभर में बेदाग छवि के नेता रहे थे।