मणिपुर: इंफाल में फिर गोलीबारी, बम फेंके गए; कांगपोकपी में महिलाओं-सुरक्षाबलों में झड़प
क्या है खबर?
मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के एक गांव पर आज देर रात उग्रवादियों ने हमला कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक, संदिग्ध उग्रवादियों ने इंफाल पश्चिम जिले के कदंगबंद इलाके में हमला किया है। उग्रवादियों ने कंगपोकपी जिले में पहाड़ी ठिकानों से कई राउंड गोलीबारी की और रात करीब एक बजे बम भी फेंके। इसके बाद गांव वालों ने भी जवाबी गोलीबारी की।
घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
झड़प
महिलाओं के साथ हुई सुरक्षाबलों की झड़प
31 दिसंबर को कांगपोकपी जिले में कुकी-जो समुदाय की महिलाओं के साथ सुरक्षा बलों के साथ झड़प हो गई।
पुलिस ने बताया कि यह घटना थम्नापोकपी के पास उयोकचिंग में उस समय हुई, जब भीड़ ने सेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम की तैनाती में बाधा डालने की कोशिश की।
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि इस झड़प में कई महिलाएं घायल हुए हैं।
हथियार
भारी मात्रा में हथियार बरामद
सुरक्षाबलों ने बिष्णुपुर और थोबल जिलों से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं।
बिष्णुपुर के थोंगखोंगलोक से मैगजीन, एक .303 राइफल, एक 12 बोर सिंगल बैरल गन, 2 9 MM पिस्टल, एक एंटी रॉयट गन, 2 इंसास मैगजीन, 2 इंसास राइफल मैगजीन, 4 हैंड ग्रेनेड, एक डेटोनेटर, 5 एंटी-रॉयट शेल और गोला-बारूद जब्त किया है।
थोबल से एंटी-मैटेरियल राइफल स्नाइपर और मैगजीन, 2 सिंगल बोल्ट एक्शन राइफल, 3 9MM पिस्टल, एक हैंड ग्रेनेड और गोला-बारूद बरामद किया है।
माफी
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने मांगी माफी
31 दिसंबर को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा और जनहानि को लेकर माफी मांगी थी।
उन्होंने कहा था, "मैं राज्य के सभी समुदायों से अपील करता हूं कि जो हुआ सो हुआ। हमें अब पिछली गलतियों को भूलकर नया जीवन शुरू करना होगा। हमें शांतिपूर्ण और समृद्ध मणिपुर में साथ रहना चाहिए। हिंसा में कई लोगों ने अपने प्रियजन को खो दिया। कई ने घर छोड़ दिया। मुझे वास्तव में खेद है। मैं माफी मांगना चाहता हूं।"
कांग्रेस
जयराम रमेश बोले- प्रधानमंत्री अब तक मणिपुर क्यों नहीं गए?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने लिखा, 'प्रधानमंत्री मणिपुर जाकर वहां ये बात क्यों नहीं कह सकते? वे जानबूझकर 4 मई, 2023 से राज्य का दौरा नहीं कर रहे हैं, जबकि वे देश-दुनिया की यात्रा कर रहे हैं। मणिपुर के लोग इस उपेक्षा को समझ ही नहीं पा रहे हैं।'
इस पर बीरेन सिंह ने लिखा, 'क्या पीवी नरसिम्हा राव, जो 1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे और कांग्रेस के अध्यक्ष थे। क्या वे माफी मांगने मणिपुर आए थे?'
हिंसा
मणिपुर में मई, 2023 से हिंसा जारी
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच मई, 2023 से हिंसा जारी है, जो हाई कोर्ट के एक आदेश के बाद भड़क उठी थी।
इस दौरान अलग-अलग घटनाओं में 250 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, 1,500 से ज्यादा जख्मी हुए हैं और करीब 60,000 को घर छोड़ना पड़ा है। अब तक 500 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंसा से चुराचांदपुर, बिष्णुपुर, इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।