राम मंदिर के खिलाफ टिप्पणी पर मणिशंकर अय्यर के परिवार को घर खाली करने का नोटिस
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की निंदा करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर और उनकी बेटी सुरन्या अय्यर को उनकी ही सोसाइटी का विरोध झेलना पड़ा। दिल्ली की जंगपुरा एक्सटेंशन वेलफेयर एसोसिएशन (JEWA) की ओर से भेजे गए नोटिस में शांति भंग की आशंका जताते हुए दोनों को घर खाली करने को कहा गया है। यह नोटिस JEWA के अध्यक्ष कपिल कक्कड़ की ओर से 27 जनवरी को भेजा गया।
JEWA ने नोटिस में क्या लिखा है?
JEWA ने अय्यर परिवार को भेजे नोटिस में कहा, "हम निवासियों के ऐसे अपशब्दों की सराहना नहीं करते, जो कॉलोनी में शांति भंग कर सकते हैं या निवासियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकते हैं। हम आपको सुझाव देंगे कि कृपया किसी अन्य कॉलोनी में चले जाएं, जहां लोग इस तरह की नफरत के प्रति आंखें मूंद सकें। आप अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ ले सकते हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के अनुसार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पूर्ण नहीं होती है।"
अय्यर की बेटी ने सोशल मीडिया पर जताया था विरोध
सुरन्या अय्यर ने 19 जनवरी को फेसबुक पर एक लंबा वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह राम मंदिर के विरोध में अपना बयान पढ़ती नजर आ रही हैं। उन्होंने वीडियो में बताया कि वह उद्घाटन के विरोध में 20 जनवरी से 23 जनवरी तक उपवास करेंगी। उन्होंने कहा था कि यह उपवास साथी मुस्लिम नागरिकों के प्रति प्यार और दुख की अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा था कि एक भारतीय और हिंदू होने के नाते वह दुखी हैं।