
महाराष्ट्र: IAS पूजा खेडकर के माता-पिता फरार, किसान को धमकाने के मामले में ढूंढ रही पुलिस
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पुणे में पद के दुरुपयोग और फर्जी प्रमाणपत्रों को लेकर विवादों में घिरीं ट्रेनी IAS पूजा खेडकर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है।
पुणे पुलिस एक किसान को बंदूक दिखाकर उसे धमकाने के आरोप में पूजा के माता-पिता मनोरमा खेडकर और दिलीप खेडकर को तलाश रही है। दोनों आरोपी फरार हैं।
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी घर पर नहीं हैं। फिलहाल टीमें उनकी तलाश में लगी हुई हैं।
आरोप
फोन भी बंद किया
पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक (SP) पंकज देशमुख ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि पुलिस उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रही है, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हैं, क्योंकि उनके फोन बंद हैं।
उन्होंने बताया कि स्थानीय अपराध शाखा और स्थानीय पुलिस थानों के अधिकारियों सहित कई टीमें पुणे और आस-पास के इलाकों में कुछ फार्महाउस और घरों में उनकी तलाश कर रही हैं। जब वे मिल जाएंगे, तो उनसे पूछताछ की जाएगी और उसके अनुसार कार्रवाई होगी।
विवाद
पूजा के माता-पिता को क्यों ढूंढ रही है पुलिस
पिछले दिनों एक वीडियो सामने आया, जिसमें मनोरमा एक किसान को बंदूक दिखाकर धमकाते नजर आई थीं।
यह वीडियो पुणे के मुलशी तालुका का 2023 का है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि मनोरमा और दिलीप ने किसान की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की।
मामले में पुलिस ने दोनों समेत कुल 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। हालांकि, खेडकर परिवार ने सफाई दी कि बंदूक आत्मरक्षा में दिखाई थी और उनके पास पूरे वैध कागज हैं।
ट्विटर पोस्ट
इस वीडियो के बाद दर्ज हुआ माता-पिता पर मामला
प्रोबेशनरी IAS अधिकारी #PoojaKhedkar की मां मनोरमा खेडकर की किसानों के साथ गुंडागर्दी और बंदूक से डराने का पुराना वीडियो आया सामने..#Maharashtra @News18India @mieknathshinde @Dev_Fadnavis @PuneCityPolice @puneruralpolice @CPPuneCity @AmiteshKumar72 pic.twitter.com/M3JF4thxm2
— Diwakar Singh (@Diwakar_singh31) July 12, 2024
घटना
क्या है ट्रेनी IAS पूजा खेडकर का विवाद?
पूजा पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिलते ही खास मांगों को लेकर विवादों में घिर गईं।
आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती।
जिलाधिकारी ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की, जिसके बाद उनका तबादला वाशिम हो गया।
उनके विकलांगता और OBC प्रमाणपत्र को लेकर भी जांच शुरू है। उन्होंने खुद को नॉन-क्रीमी लेयर बताया था।