महाराष्ट्र: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर का राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में भी बुरा था बर्ताव
महाराष्ट्र के पुणे में पद के दुरुपयोग को लेकर विवादों से घिरी ट्रेनी IAS पूजा खेडकर और उनके बर्ताव को लेकर रोजाना नई जानकारी सामने आ रही है। खेडकर का बर्ताव उनके तैनाती लेने से पहले भी सही नहीं था। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में ट्रेनिंग के दौरान वहां के लोगों से काफी अभद्र व्यवहार किया था। हालांकि, उनकी शिकायत नहीं हुई थी। यह जानकारी हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में सामने आई है।
अकादमी में नहीं था खेडकर का रिकॉर्ड साफ
रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक ने बताया कि खेडकर के आचरण पर एक रिपोर्ट LBSNAA को भेजी गई है, क्योंकि वह अभी भी प्रोबेशन पर हैं। ऐसे में उनको भी सूचित किया गया है। सौनिक ने बताया कि उन्होंने अकादमी के निदेशक श्रीराम तरणीकांति से भी बात की थी, जिन्होंने अकादमी में खेडकर के अभद्र व्यवहार के बारे में बताया था। इस पर सौनिक ने काफी आश्चर्य व्यक्त किया।
IAS की हुई बदनामी
सौनिक ने कथित तौर पर तरणीकांति से कहा कि अगर अकादमी में खेडकर का रिकॉर्ड साफ नहीं था, तो उन्हें महाराष्ट्र नहीं भेजा जाना चाहिए था क्योंकि इससे IAS बिरादरी और राज्य सरकार की बदनामी हुई है। इस मामले में जब अखबार की ओर से तरणीकांति से बात की गई तो उन्होंने अपनी टिप्पणी सुरक्षित रख ली है। बता दें कि नवी मुंबई पुलिस ने खेडकर द्वारा एक स्टील चोर ट्रांसपोर्टर को छुड़ाए जाने की रिपोर्ट सौनिक को भेजी है।
क्यों विवादों से घिरी हैं IAS पूजा?
पूजा पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिलते ही खास मांगों को लेकर विवादों में घिर गईं। आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती। जिलाधिकारी ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की, जिसके बाद उनका तबादला वाशिम हो गया। उनके विकलांगता और OBC प्रमाणपत्र को लेकर भी जांच शुरू है। उन्होंने खुद को नॉन-क्रीमी लेयर बताया था।
LBSNAA में लेनी होती है ट्रेनिंग
LBSNAA उत्तराखंड के मसूरी में सिविल सेवाओं का प्रशिक्षण संस्थान है। यहां केंद्र सरकार के सचिव स्तर का अधिकारी निदेशक होता है। यह केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग से जुड़ा है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) में सफल उम्मीदवार यहां 1 साल ट्रेनिंग लेते हैं।