महाराष्ट्र: शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में ठेकेदार आप्टे के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फीट ऊंची मूर्ति बनाने वाले ठेकेदार जयदीप आप्टे के खिलाफ पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया है।
LOC आमतौर पर किसी व्यक्ति को देश छोड़ने से रोकने के लिए हवाई अड्डों और अन्य निकास की जगहों पर जारी किया जाता है।
इमारत ढहने के बाद मालवण पुलिस ने उसके खिलाफ लापरवाही और अन्य अपराधों में मामला दर्ज किया है। आप्टे घटना के बाद से फरार है।
गिरफ्तार
संरचनात्मक सलाहकार पहले ही हो चुका है गिरफ्तार
इससे पहले पुलिस ने 30 अगस्त को राज्य के संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया गया था।
कोल्हापुर निवासी पाटिल को कोल्हापुर अपराध शाखा और मालवण पुलिस के संयुक्त अभियान में सुबह-सुबह गिरफ्तार किया गया था। वह अभी मालवण पुलिस हिरासत में है।
पाटिल का नाम प्राथमिकी में दर्ज है। उसने पहले परियोजना के लिए संरचनात्मक सलाहकार होने से इंकार किया था।
बता दें, आप्टे को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे का दोस्त बताया जा रहा है।
घटना
मूर्ति गिरने से महाराष्ट्र में आया है राजनीतिक भूचाल
मुंबई से लगभग 480 किलोमीटर दूर सिंधुदुर्ग के मालवण तहसील के राजकोट किले में शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार दोपहर ढह गई।
प्रतिमा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर किया था और किले के समारोह में आए थे। इससे खराब गुणवत्ता को लेकर विवाद और बढ़ गया है।
मामले को लेकर विपक्ष की पार्टियां महाराष्ट्र की सरकार पर हावी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी माफी मांग चुके हैं।