महाराष्ट्र: ट्रेनी IAS पूजा खाडेकर के पास 17 करोड़ की संपत्ति, परिवार के पास 7 फ्लैट
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पुणे में तैनात विवादित ट्रेनी IAS पूजा खाडेकर को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है, जिसमें उनकी परिवार की संपत्ति पर सवाल उठाए गए हैं।
महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी (AAP) के उपाध्यक्ष और पत्रकार विजय कुंभर ने एक्स पर बताया कि खाडेकर के माता-पिता के पास जमीन, मकान और करोड़ों की संपत्ति होने के बाद भी नॉन-क्रीमीलेयर प्रमाणपत्र है।
उनके मुताबिक, पूजा के पास खुद 17 करोड़ की संपत्ति है। उन्होंने जांच की मांग की है।
आरोप
7 मकान और 17 लाख रुपये की घड़ी होने का आरोप
कुंभर का कहना है कि खाडेकर परिवार के पास कृषि भूमि सीलिंग अधिनियम का उल्लंघन करते हुए 110 एकड़ कृषि भूमि, 6 दुकानें (1.6 लाख वर्ग फीट), 7 फ्लैट, जिनमें से एक हीरानंदानी में है, 900 ग्राम सोना, हीरे, 17 लाख रुपये की सोने की घड़ी, 4 कारें, 2 प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों और एक ऑटोमोबाइल फर्म में भागीदारी शामिल है।
उन्होंने ट्वीट को महाराष्ट्र की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक और केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग को भी टैग किया है।
ट्विटर पोस्ट
ट्वीट पर विजय कुंभर ने जानकारी दी
IAS officer Puja Khedkar's parents, having a non-creamy layer certificate, possess property that includes 110 acres of agricultural land, violating the Agricultural Land Ceiling Act, 6 shops (1.6 lakh sq ft), 7 flats, including one in Hiranandani; 900 grams of gold, diamonds, a… pic.twitter.com/V9u1P5CQ0O
— Vijay Kumbhar (@VijayKumbhar62) July 11, 2024
विवाद
क्या है IAS पूजा खाडेकर का विवाद?
वर्ष 2022 की IAS अधिकारी पूजा खाडेकर ने हाल ही में तैनाती ली है। वह पुणे में सहायक कलेक्टर के तौर पर तैनात हुई हैं। तैनाती के बाद ही पूजा विवादों से घिर गईं।
उनके ऊपर आरोप लगा कि उन्होंने अपने लिए अलग से कमरा, कार, कर्मचारी और आवास मांगा है। इसकी शिकायत के बाद उनका वाशिम में तबादला कर दिया गया।
खाडेकर VVIP नंबर वाली निजी ऑडी पर लाल-नीली बत्ती लगाकर घूमती हैं और उसमें 'महाराष्ट्र शासन' लिखा है।
परिवार
खाडेकर के पिता और दादा भी रहे हैं पूर्व प्रशासनिक अधिकारी
खेडकर की मां अहमदनगर जिले के भालगांव की निर्वाचित सरपंच हैं। उनके पिता और दादा सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं।
आरोप है कि उनके पिता भी जिलाधिकारी पर उनकी बेटी को सुविधाएं देने के लिए दबाव बनाते थे। खाडेकर के प्रोबेशन अधिकारी होने के बावजूद उनके पिता का दबाव जारी था। उन्होंने अंजाम भुगतने तक की धमकी दी हुई थी।
खाडेकर की नियुक्ति का मामला कोर्ट भी जा चुका है।