महाकुंभ में भगदड़ पर रो पड़े महामंडलेश्वर प्रेमानंद, बोले- प्रशासन VIP सेवा में जुटा रहा
क्या है खबर?
प्रयागराज के महाकुंभ में मची भगदड़ पर महामंडलेश्वर और साधु संत भी काफी नाराज हैं। उन्होंने सारा ठीकरा प्रशासन की लापरवाही पर फोड़ा है।
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी घटना पर रो पड़े।
उन्होंने बताया कि संतों ने पहले ही कहा था कि इतना बड़ा आयोजन पुलिस नहीं संभाल सकती, इसे सेना के अधिकार में देना चाहिए, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई।
उन्होंने कहा कि कुंभ को प्रशासनिक व्यवस्थाओं के कारण कलंकित होना पड़ा है।
कुंभ
महामंडलेश्वर ने कहा कि प्रशासन को सचेत किया था
प्रेमानंद पुरी ने कहा, "बड़े दुख का समाचार है। पिछले स्नान के बाद भी हम सब अखाड़ों वाले ने पूरे प्रशासन को सचेत किया था। जब प्रशासन का अनुमान था कि 40-50 करोड़ आने वाले हैं, तो कुंभ सेना के हवाले क्यों नहीं किया गया? यह प्रश्न विचारणीय है। मैं मुख्य सचित और पुलिस महानिदेशक से व्यक्तिगत कहता रहा कि सेना के हवाले कुंभ कीजिए, यह पुलिस प्रशासन के बस का काम नहीं है। आज उसी का परिणाम ये है।"
दुख
रो पड़े महामंडलेश्वर
महामंडलेश्वर ने रोते हुए कहा, "आज किसी के बाप का बेटा चला गया, किसी का पुत्र चला गया। निरंजनी अखाड़े में मैंने अपने सभी महामंडलेश्वर साथियों से कहा कि वे तुरंत कुछ घोषणा न करें। प्रशासन पूरी तरह फेल हो गया। निकम्मा प्रशासन सिर्फ तुष्टिकरण की नीति में लगा रहा। कोई भी VIP आए, उसकी सेवा में लगा। मैंने खुद देखा। प्रशासन को कुंभ और व्यवस्था से कोई मतलब नहीं था। कुंभ सेना के हवाले होता, तो हादसा नहीं होता।"
ट्विटर पोस्ट
सुनिए, क्या बोले महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी
महाकुंभ में प्रशासन की नाकामी पर महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी हुए भावुक
— Pinki Singh Yadav (@PinkiYadavMLA) January 29, 2025
“हमने पहले ही कहा था कि कुंभ की सुरक्षा आर्मी को सौंपी जाए, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। निकम्मा प्रशासन पूरी तरह फेल। वीआईपी की जी-हुज़ूरी में लगा रहा, आम श्रद्धालुओं की चिंता ही नहीं की।
किसी का बेटा चला गया,… pic.twitter.com/Rkj3DRqbbE