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महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान से पहले मची भगदड़, कई लोगों की मौत
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मची भगदड़ (तस्वीर: एक्स/@amityadavbharat)

महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान से पहले मची भगदड़, कई लोगों की मौत

लेखन गजेंद्र
Jan 29, 2025
07:33 am

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान बुधवार को मौनी अमावस्या के स्नान से पहले बड़ा हादसा हो गया। दैनिक भास्कर के मुताबिक, संगम तट पर तड़के 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई, जिसकी चपेट में कई श्रद्धालु आए। इसमें 14 की जान गई है और 50 से अधिक घायल हैं। घटना में कई लोग बुरी तरह दब गए। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) ने मोर्चा संभाला है। फिलहाल मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रोक दिया गया है।

हादसा

कैसे हुआ हादसा?

हादसे के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन बताया जा रहा है कि संगम नोज पर बढ़ते समय बैरिकेडिंग के टूटने से भगदड़ मची है। कुंभ मेला प्रशासन की ओर से अभी तक मृतकों की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन दैनिक भास्कर और अन्य मीडिया में मृतकों की संख्या 14 से 17 बताई है। हादसे के बाद करीब 70 एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। बताया जा रहा है कि स्वरूपरानी अस्पताल में कुछ शव पहुंचे हैं।

ट्विटर पोस्ट

भगदड़ के बाद का दृश्य (सावधान: वीडियो विचलित कर सकता है)

हादसा

प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री योगी से बात

हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। योगी ने सभी पीपा पुलों को शुरू करने, श्रद्धालुओं से किसी भी घाट पर स्नान करने और अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। हादसे के बाद जो वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, वो विचलित करने वाली हैं। कई लोग अपनों से बिछड़ गए हैं।

पाबंदी

प्रयागराज आने से रोके जा रहे श्रद्धालु

मौनी अमावस्या पर करीब 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के महाकुंभ में स्नान करने की संभावना जताई जा रही थी। कुंभ मेला परिसर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रविवार से ही जुटना शुरू हो चुकी थी। बुधवार को तड़के हादसा होने के बाद प्रशासन ने और अधिक श्रद्धालुओं को संगम तट पर पहुंचने से फिलहाल रोक दिया है और जिले से सटी सीमाओं पर पुलिस बल तैनात है। सभी 13 अखाड़े सुबह 10 बजे के बाद शाही स्नान करेंगे।

इतिहास

मौनी अमावस्या पर कुंभ में पहले भी मची है भगदड़

प्रयागराज में 3 फरवरी, 1954 को मौनी अमावस्या के दौरान कुभ में भयंकर भगदड़ मची थी, जिसमें सबसे अधिक 800 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 10 फरवरी, 2013 को मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज के रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई थी, जिसमें 36 की मौत हुई। नासिक में 27 अगस्त, 2003 को मची भगदड़ में 39 की मौत हुई थी। उज्जैन में 1992 में सिंहस्थ कुंभ में भगदड़ से 50 से अधिक की मौत हुई थी।