मध्य प्रदेश: संजय गांधी अस्पताल में नवजात की मौत, आदिवासी पिता से लिए एंबुलेंस के पैसे
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के रीवा स्थित संजय गांधी अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाया गया है। यहां एक आदिवासी परिवार के नवजात की मौत हो गई और उसका शव ले जाने के लिए उसके पिता से पैसे मांगे गए।
पीड़ित रामजी कोल ने बताया, "यहां भर्ती करने के दूसरे दिन बच्चे की मौत हो गई। शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस चालक ने 1,000 रुपये लेकर डीजल भरवाया, फिर घर पहुंचकर 2,400 रुपये और लिए।"
चरमराती व्यवस्था
अस्पताल ने बाजार से मंगवाई दवा और जच्चा-बच्चा कार्ड तक नहीं बनाया
ट्विटर यूजर सचिन कुमार जैन ने घटना के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने दावा किया कि अस्पताल प्रशासन ने रामजी कोल से बाजार से दवा मंगवाई और खून की व्यवस्था भी उनसे करने को कहा गया।
बच्चे के पैदा होने के बाद भी जच्चा-बच्चा कार्ड तक नहीं बनवाया गया। उन्होंने ट्वीट में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को भी टैग किया है।
ट्विटर पोस्ट
वीडियो में अपनी व्यथा बताते रामजी कोल
कितने दुखद हालात हैं। उम्मीद है कि रामजी कोल पर स्थानीय सत्ताधीश दबाव नहीं डालेंगे और उसकी सुरक्षा की जाएगी। मृत शिशु के शव को गांव ले जाने के लिए 3400 रु लेने की क्या शासकीय व्यवस्था है? @CMMadhyaPradesh @NHM_MP pic.twitter.com/JC62EWdZoS
— Sachin Kumar Jain (@messagesachin) April 4, 2023