राहुल गांधी को गुल्लक देने वाले कारोबारी दंपति ने जान दी, ED ने मारा था छापा
मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा ने आत्महत्या कर ली। उनका शव शुक्रवार को घर के अंदर फंदे से लटका मिला। आष्टा इलाके में रहने वाले कारोबारी दंपति कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गुल्लक देने को लेकर चर्चा में आए थे। उनके इंदौर और सीहोर स्थित 4 जगहों पर 8 दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापा मारा था। उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी।
बेटे ने लगाया ED पर मानसिक दबाव बनाने का आरोप
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंपति के घर से मौके पर 5 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है। हालांकि, पुलिस ने यह नहीं बताया कि इसमें क्या लिखा है। मनोज के 3 बच्चे हैं, जिसमें जिया (18), बेटा जतिन (16) और यश (13) शामिल हैं। जतिन ने बताया कि ED ने उनके मानसिक दबाव बनाया, जिससे उनके माता-पिता ने आत्महत्या की। मृतक मनोज के भाई और हर्षपुर के सरपंच राजेश परमार ने भी ED पर दबाव का आरोप लगाया।
किस मामले में ED ने मारा था छापा
ED का छापा पंजाब नेशनल बैंक में 6 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़ा हुआ है, जिसमें मनोज का नाम शामिल था। ED ने 8 दिन पहले की छापेमारी में मनोज की कई चल-अचल संपतियों और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे और साढ़े 3 लाख रुपये का बैंक बैलेंस भी फ्रीज कर दिया था। मामले में मनोज गिरफ्तार भी हुए थे। तभी से परमार काफी परेशान थे। उनसे लगातार पूछताछ भी की जा रही थी।
कांग्रेस ने लगाया आऱोप
कांग्रेस ने मनोज की आत्महत्या और ED के छापे पर सवाल उठाए हैं। सीहोर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कैलाश परमार ने बताया कि मनोज ने भारत जोड़ो यात्रा के समय राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। कैलाश ने बताया कि मनोज के बेटे ने गुल्लक टीम बनाकर उसमें चंदा इकट्ठा किया था। तभी से वह भाजपा के निशाने पर थे। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे हैं। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट पर ED को घेरा।