इंदौर: महू में भारत जीतने की खुशी मनाने के दौरान शुरू हुई हिंसा, क्या है मामला?
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के महू में रविवार रात को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की जीत का जश्न हिंसा में बदल गया।
जीत के बाद विजय रैली निकाल रहे लोगों पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। इस दौरान पथराव हुआ और दुकानों में आग लगा दी गई।
हिंसा की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और उसने लोगों को खदेड़ा। अभी स्थिति शांत है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
हिंसा
कैसे शुरू हुई हिंसा?
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के बाद करीब 100 प्रशंसक रात 10 बजे मोटरसाइकिल पर सवार होकर विजय रैली निकाल रहे थे।
ABP न्यूज के मुताबिक, जैसे ही जुलूस जामा मस्जिद क्षेत्र में पहुंचा, यहां बाइक सवार लोगों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए। इस दौरान स्थानीय लोगों ने कुछ को पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट की।
इसके बाद रैली में शामिल लोग दोबारा इलाके में पहुंचे, जिन पर पथराव शुरू हो गया। इससे विवाद बढ़ा।
बमबारी
पेट्रोल बम भी फेंके गए
विवाद इतना बढ़ गया कि वह थोड़ी देर में पूरे इलाके में दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई और पेट्रोल बम फेंके गए। करीब 3 दुकानों में आग लगा दी गई और 6 से अधिक वाहनों को फूंका गया है।
पथराव इलाके के पत्ती बाजार, मार्किट चौक, माणक चौक, सब्जी मार्केट, गफ्फार होटल, कनाट रोड पर भी हुआ।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने आंसू गैस का उपयोग कर उपद्रवियों को खदेड़ा। दमकल ने दुकानों और वाहनों की आग बुझाई।
सुरक्षा
इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
महू क्षेत्र में हिंसा के बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और सेना के जवान भी मौजूद है। हालांकि, यह क्षेत्र सैन्य छावनी में आता है, इसलिए सेना के जवान भी हालात पर नजर रख रहे हैं।
इंदौर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक हितिका वासल का कहना है कि घटना में 3 लोग घायल हुए हैं, इलाके में पुलिस बल गश्त कर रही है, हिंसा के पीछे जो लोग भी होंगे उनको पकड़ा जाएगा।
फिलहाल हालात सामान्य है।
ट्विटर पोस्ट
इंदौर में हिंसा का दृश्य
MP : इंदौर के महू में कल रात भारत की जीत पर विजय जुलूस निकालने के दौरान दो गुट आमने–सामने आए। कई दुकानों–वाहनों में आग लगाई, पेट्रोल बम फेंके गए। पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 10, 2025
दरअसल, जुलूस में शामिल लोग "जय श्री राम" के नारे लगाते चल रहे थे। जब ये जुलूस जामा… pic.twitter.com/0LHEAkVFVF