मध्य प्रदेश: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 24 घंटे में 7 हाथियों की मौत, जहर की आशंका
मध्य प्रदेश के उमरिया में स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों पर कहर टूट पड़ा है। यहां 24 घंटे के अंदर 7 हाथियों की मौत हो गई है, जबकि 3 हाथियों की हालत गंभीर है। एक दिन पहले मंगलवार को यहां 4 हाथी मृत पाए गए थे, जबकि 5 हाथी बेहोशी की हालत में मिले थे। उनमें से 3 हाथियों ने बुधवार को दम तोड़ दिया है। हाथियों की अचानक मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया है।
गश्त के दौरान मृत मिले हाथी
टाइगर रिजर्व का गश्ती दल मंगलवार को खितौली और पतौर कोर रेंज के सलखनिया बीट के आरएफ 384 और पीएफ 183ए में निरीक्षण कर रहा था। तभी मौके पर 4 हाथी मृत अवस्था में मिले। जब टीम ने आसपास जंगलों में छानबीन की तो 5 अन्य हाथी बुरी हालत में जमीन पर पड़े मिले। झुंड में 13 हाथी बताए जा रहे हैं। हाथियों के इलाज में बांधवगढ़, जबलपुर के स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ की फोरेंसिक टीम जुटी है।
जहर का शक, पोस्टमॉर्टम के बाद आएगा सच
टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने बताया कि अभी 3 हाथियों की हालत गंभीर है, उनका इलाज चल रहा है, जबकि 3 हाथी स्वस्थ बताए जा रहे हैं। अधिकारी देहरादून में भारतीय वन्यजीव संस्थान के विशेषज्ञों से भी परामर्श कर रहे हैं। हाथियों की मौत का सही कारण सामने नहीं आया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद सच सामने आएगा। फिलहाल, संभावना टाइगर रिजर्व से जुड़े गांव के खेतों में कीटनाशक छिड़की गई फसल खाने या जहरखुरानी गिरोह की लग रही है।
टाइगर रिजर्व 2018 से जंगली हाथियों का बना बसेरा
बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 2018 से जंगली हाथी कर्नाटक, झारखंड और छ्त्तीसगढ़ के रास्ते पहुंचकर अपना बसेरा बना लिया है। अभी अलग-अलग झुंड में करीब 70-80 जंगली हाथी बांधवगढ़ के अलग-अलग क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं। यहां हाथी फसलों को नुकसान भी पहुंचाते हैं।