लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI जांच का आदेश दिया- भाजपा सांसद
क्या है खबर?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच करेगी।
उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी शिकायत पर लोकपाल ने ये आदेश दिया है।
बता दें कि दुबे ने आरोप लगाया है कि संसद में सवाल पूछने के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली थी।
जवाब
CBI जांच पर महुआ ने दिया ये जवाब
दुबे के पोस्ट के बाद महुआ ने भी ट्वीट कर जवाब दिया है।
उन्होंने लिखा, 'मीडिया को मेरा जवाब... पहला, CBI को सबसे पहले 13,000 करोड़ रुपये के अडाणी कोयला घोटाले पर FIR दर्ज करनी चाहिए। दूसरा, राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा यह है कि कैसे संदिग्ध FPI स्वामित्व वाली (चीनी और UAE सहित) अडाणी कंपनियां गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों को खरीद रही हैं। इसके बाद CBI आकर मेरे जूते गिन सकती है।'
मामला
क्या है पूरा मामला?
दुबे ने महुआ पर अडाणी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए हीरानंदानी समूह के CEO दर्शन हीरानंदानी से नकदी और उपहार लेकर संसद में सवाल पूछने का गंभीर आरोप लगाया है।
आरोप है कि महुआ ने हीरानंदानी को अपना लोकसभा का आईडी और पासवर्ड दे दिया था, जिसके जरिए हीरानंदानी अडाणी समूह के खिलाफ सवाल पूछते थे।
निशिकांत ने महुआ के पूर्व प्रेमी जय अनंत देहाद्रई से मिले पत्र के आधार पर ये आरोप लगाए हैं।
आरोप
आरोपों पर महुआ का क्या कहना है?
महुआ ने हीरानंदानी से लोकसभा का अपना लॉगिन आईडी और पासवर्ड साझा करने की बात स्वीकार की है। हालांकि, उन्होंने इसके बदले रिश्वत लेने के आरोपों को खारिज किया है।
उन्होंने कहा कि करीबी दोस्त होने के नाते हीरानंदानी से उन्हें एक स्कार्फ, कुछ लिपस्टिक और आईशैडो सहित अन्य मेकअप का सामान मिला था। उन्होंने रिश्वत के सबूत पेश करने की चुनौती दी है।
उनका कहना है कि अडाणी समूह पर सवाल उठाने के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है।
जांच
महुआ पर लगे आरोपों की जांच कर रही आचार समिति
महुआ पर लगे आरोपों की जांच लोकसभा की आचार संहिता समिति कर रही है।
2 नवंबर को समिति ने महुआ को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन महुआ बैठक को बीच में छोड़कर ही चली गईं।
उन्होंने समिति पर निजी और अनैतिक सवाल पूछने के आरोप लगाए।
इसके बाद समिति के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा कि महुआ ने जांच में सहयोग नहीं किया, बल्कि सवालों से बचने के लिए गुस्से में बात करने लगीं।