...जब भारत और चीन सीमा पर आखिरी बार चली थी गोली
लद्दाख में सोमवार रात को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन की सेना के बीच झड़प हो गई। भारतीय सेना ने बताया कि इसमें उसके एक कर्नल और दो सैनिकों की शहादत हुई है, वहीं चीन के भी पांच सैनिक मारे जाने की खबर है। भारत और चीन सीमा पर लगभग 44 साल बाद ऐसी घटना हुई है, जिसमें किसी सैनिक की शहादत हुई है। दोनों देशों के बीच अंतिम बार 1975 में गोली चली थी।
1967 में सीमा पर हुई थी भारी गोलीबारी
इंडिया टूडे के मुताबिक, अंतिम बार चीनी सीमा पर तैनात भारतीय सैनिक 1975 में शहीद हुआ था। इससे पहले 1967 में दोनों देशों की बीच सिक्किम सेक्टर में भारी गोलीबारी हुई थी। उस समय तक सिक्किम पूरी तरह भारत का हिस्सा नहीं था। 1967 की लड़ाई शुरू होने की दो वजहें बताई जाती है। पहली में कहा जाता है कि चीन ने भेड़ों के एक झुंड के चोरी होने की शिकायत की थी। हालांकि, सच इससे अलग बताया जाता है।
1967 में सीमा पर बाड़ लगाने के काम से शुरू हुआ था विवाद
चीन ने पहले ही तिब्बत पर कब्जा कर लिया था और अब उसकी निगाहें सिक्किम पर थीं। चीन लगातार सिक्किम से सुरक्षाबलों को हटाने के लिए दबाव बना रहा था। दूसरी तरफ भारत 1962 में चीन से मिले धोखे से सबक सीख चुका था और चीन की हरकतों पर पैनी नजर रखा रहा था। जब भारत के इंजीनियरों और जवानों ने सिक्किम सेक्टर में सीमा पर बाड़ लगाने का काम शुरू किया तो चीन के साथ झड़प शुरू हो गई।
भारत की आपत्ति के बावजूद अतिक्रमण कर रहा था चीन
चीन भारत की आपत्ति के बावजूद सीमा के लगती जगह पर खाई खोदते जा रहा था और भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश में लगा था। चीन के इस अतिक्रमणकारी कदम का जवाब देने के लिए भारत ने बाड़ बढ़ाना शुरू कर दिया। चीन ने नाथु ला से सेबु ला तक के क्षेत्र में लोहे के लंबे खंभे लगाने पर आपत्ति दर्ज कराई। इस जगह को लेकर ब्रिटिश हुकूमत और चीन के किंग राजवंश में संधि हुई थी।
तीन दिन तक चली थी गोलीबारी
11 सितंबर, 1967 को सीमा पर लगाई जा रही बाड़ का काम रुकवाने आए। इस दौरान एक चीनी अधिकारी की पिटाई कर दी गई। इसके बाद तीन दिनों तक दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई। 14 सितंबर को सीजफायर का ऐलान हुआ। अक्टूबर की शुरुआत से चो ला पर फिर गोलीबारी शुरू हो गई। इस दौरान दोनों तरफ भारी नुकसान हुआ। भारत के 80 से ज्यादा जवान शहीद हुए तो चीन के 300-400 जवान मारे गए थे।
आठ साल बाद फिर चली गोलियां
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर यह अंतिम बार हुई गोलीबारी थी। इसके आठ साल बाद सीमा पर एक और घटना हुई, लेकिन इसका सीमा विवाद से संबंध नहीं बताया जाता।
1975 में इस वजह से हुई थी गोलीबारी
यह घटना भी सिक्किम की बताई जाती है। एक पैट्रोलिंग पार्टी घनी धुंध के कारण अपना रास्ता भटक गई थी। इसके बाद चीनी सेना ने गोलीबारी की, जिसमें चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इसी घटना का दूसरा पक्ष यह बताया जाता है कि चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आए घात लगाकर भारतीय सैनिकों पर हमला कर दिया। यह अंतिम बार था, जब भारत-चीन सीमा पर गोलियां चली थीं। उसके बाद से आजतक गोली नहीं चली है।