खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने राहुल गांधी के सिख संबंधी बयान का समर्थन किया, क्या कहा?
अमेरिका में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारत में सिखों की स्थिति पर एक बयान दिया था, जिसका खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने समर्थन किया है। प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी समूह सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सह-संस्थापक पन्नू ने एक बयान जारी कर कहा कि राहुल ने संगठन के वैश्विक खालिस्तान जनमत संग्रह को मान्यता दी है। उसने राहुल की सिखों की स्थिति पर दी गई टिप्पणी को साहसिक और अग्रणी बताया।
बयान में क्या कहा पन्नू ने?
पन्नू ने कहा, "भारत में सिखों के अस्तित्व के लिए खतरा संबंधी राहुल गांधी का बयान न केवल साहसिक और अग्रणी है, बल्कि 1947 के बाद से भारत में लगातार शासन के तहत सिखों को जिन चीजों का सामना करना पड़ा है, उसके तथ्यात्मक इतिहास पर भी पूरी तरह आधारित है। यह सिख मातृभूमि खालिस्तान की स्थापना के लिए पंजाब स्वतंत्रता जनमत संग्रह के औचित्य पर SFJ के रुख की भी पुष्टि करता है।"
राहुल ने क्या की थी टिप्पणी?
राहुल ने वर्जिनिया में प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रम में कहा था, "भारत में इस बात को लेकर लड़ाई है कि क्या इन्हें एक सिख के तौर पर पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी? क्या एक सिख गुरुद्वारे जा सकता है? लड़ाई राजनीति को लेकर नहीं है। ऐसी लड़ाई सिर्फ सिखों की नहीं, बल्कि सभी धर्मों की है।" राहुल ने यह बात एक व्यक्ति से उसका नाम पूछने के बाद की थी, जिसने अपना नाम बलिंदर सिंह बताया था।
राहुल की टिप्पणी पर भाजपा नेताओं का हंगामा
राहुल की सिख संबंधी टिप्पणी पर भाजपा नेताओं ने भी नाराजगी जताई है। भाजपा नेता आरपी सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, गिरिराज सिंह आदि ने इसे गलत बयान बताया है। आरपी सिंह ने उन्हें कोर्ट में ले जाने की धमकी दी है।