कोरोना: गिनती से छूटी 7,000 मौतों को आधिकारिक आंकड़ों में शामिल करेगा केरल
केरल सरकार ने शुक्रवार को बताया कि वह कोरोना वायरस महामारी के कारण हुई 7,000 मौतों के बैकलॉग को आधिकारिक आंकड़ों में जोड़ने जा रही है। अभी तक इन मौतों को आधिकारिक आंकड़ों में शामिल नहीं किया गया था। इस वजह से राज्य में कोरोना के कारण हुई मौतों की संख्या एक ही झटके में 26,000 से बढ़कर 33,000 के करीब पहुंच जाएगी। केरल से पहले कई दूसरे राज्यों ने भी मौतों की संख्या में संशोधन किया है।
मार्च, 2020 से लेकर जून, 2021 के बीच हुईं मौतें
शुक्रवार को इसका ऐलान करते हुए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि जून में अस्पतालों ने कोरोना से हुई मौतों को ऑनलाइन अपलोड करना शुरू किया था। ये 7,000 मौतें उससे पहले हुई थीं और अब तक इन्हें रिकॉर्ड में शामिल नहीं किया गया था। ये मौतें मार्च, 2020 से लेकर जून, 2021 के बीच हुई थीं। जॉर्ज ने उन आरोपों को खारिज किया कि सरकार ने मृत्युदर कम दिखाने के लिए इन मौतों को छिपाया था।
तकनीकी खामी के कारण गिनती से बाहर रहीं ये मौतें- जॉर्ज
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "इतनी मौतों को आधिकारिक आंकड़ों से बाहर रखने का जानबूझकर प्रयास नहीं किया गया था। हम ICMR की गाइडलाइंस का पालन कर रहे हैं, लेकिन तकनीकी खामी के कारण ये मौतें गिनती से छूट गई। अब हम सूची को संशोधित करने जा रहे हैं।" इस इजाफे के साथ केरल में कोरोना से होने वाली मौतों की दर 0.5 प्रतिशत से बढ़कर 0.7 प्रतिशत हो जाएगी, जबकि राष्ट्रीय औसत 1.5 प्रतिशत है।
ये राज्य भी कर चुके आंकडे संशोधित
केरल से पहले बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड आदि राज्य कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े संशोधित कर चुके हैं। इससे न सिर्फ देश में महामारी के कारण मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा है बल्कि इससे पता चलता है कि दोनों लहरों की पीक के दौरान बड़ी संख्या में मौतों को छिपाया गया था। जानकारों का कहना है कि ऐसे संकट के समय सरकारों को पारदर्शिता के साथ काम करना चाहिए और राजनीति से दूर रहना चाहिए।
केरल में क्या है संक्रमण की स्थिति?
केरल में पिछले कुछ हफ्तों से देश में सर्वाधिक मामले दर्ज हो रहे हैं और यहां अब भी पॉजिटिविटी रेट ऊंची बनी हुई है। बीते दिन यहां 10,944 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 120 मौतें दर्ज की गईं। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 47,74,639 हो गई है। इनमें से 26,072 लोगों को कोरोना के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। महाराष्ट्र के बाद केरल महामारी से सर्वाधिक प्रभावित होने वाला दूसरा राज्य है।
देश में कैसे हैं हालात?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 19,740 नए मामले सामने आए और 248 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,39,35,309 हो गई है। इनमें से 4,50,375 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 2,36,643 रह गई है। सरकार ने चेतावनी जारी की है कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए लोगों को दिसंबर तक विशेष सावधानी बरतनी होगी।