कौन थीं केरल की सबसे उम्रदराज विद्यार्थी 104 वर्षीय कार्तियानी अम्मा, जिनका हुआ निधन?
केरल के राज्य साक्षरता मिशन की सबसे उम्रदराज विद्यार्थी कार्तियानी अम्मा का मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को निधन हो गया। अम्मा 101 साल की थीं। अलाप्पुझा जिले के चेप्पाड गांव की रहने वालीं कार्तियानी पिछले काफी समय से बीमार चल रही थीं। बताया जा रहा है कि उनका निधन स्ट्रोक के कारण हुआ है। मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कार्तियानी के साथ अपनी मुलाकात को याद करते हुए बताया कि वह इच्छाशक्ति और समर्पण वाली महिला थीं।
96 साल की उम्र में बनी थीं छात्रा
कार्तियानी अम्मा ने 96 साल की उम्र में विद्यार्थी बनकर नया रिकॉर्ड बनाया था। केरल साक्षरता मिशन के तहत वर्ष 2018 में वह सबसे उम्रदराज छात्रा थीं। उन्होंने चौथी कक्षा के बराबर 'अक्षरलक्षम' में 2 विषयों में पूरे नंबर और लिखित परीक्षा में 40 में से 38 नंबर हासिल किए थे। कार्तियानी की पढ़ाई से खुश होकर शिक्षा मंत्री रविंद्रनाथ ने उन्हें लैपटॉप दिया था। कार्तियानी कभी स्कूल नहीं गई थीं। उन्होंने घरों में खाना पकाया और काम किया था।
कार्तियानी को मिले थे कई सम्मान
इतनी बड़ी उम्र में लोगों को प्रेरित करने वाला कार्य के कारण कार्तियानी को कई उपलब्धियों और सम्मान से नवाजा गया था। वर्ष 2019 में वह वकॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग गुडविल एंबेसडर भी बनी थीं। उनको मार्च, 2020 में महिला दिवस पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नारी पुरस्कार से सम्मानित किया था। अम्मा ने मुख्यमंत्री विजयन से मुलाकात के दौरान 10वीं की परीक्षा पास करने और नौकरी की इच्छा जताई थी।