केरल: प्रार्थना सभा में धमाके का आरोपी बोला- इंटरनेट से सीखकर 3,000 रुपये में बनाए बम
क्या है खबर?
केरल के एर्नाकुलम में रविवार 29 अक्टूबर को ईसाई सम्मेलन केंद्र में सिलसिलेवार बम धमाकों के आरोपी डोमिनिक मार्टिन ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने बम बनाने के लिए करीब 3,000 रुपये खर्च किए थे और इन्हें बनाने का तरीका इंटरनेट पर सीखा था।
आरोपी ने कोच्चि के थम्मनम में किराए के घर की छत पर और अलुआ के पास अपने पैतृक घर पर बम का परीक्षण किया था।
खुलासा
विस्फोट को अंजाम देने के लिए 2 महीने पहले दुबई से लौटा था आरोपी
NDTV के मुताबिक, आरोपी मार्टिन विस्फोट को अंजाम देने के लिए 2 महीने पहले ही दुबई से केरल लौटा था। वह दुबई में फोरमैन था और उसे इलेक्ट्रिक सर्किट में विशेषज्ञता थी।
जांच में पता चला कि उसने बमों को निम्न श्रेणी के विस्फोटकों से बनाया था, जिनका इस्तेमाल पटाखों के लिए करते हैं। उसने बम अपने घर में रखे थे।
मार्टिन का परिवार 5 साल से अधिक समय से कोच्चि के पास किराए के मकान में रह रहा है।
घटना
धमाकों में गई बच्ची समेत 3 की जान
29 अक्टूबर सुबह 9:40 बजे एर्नाकुलम के कलामासेरी में एक ईसाई सम्मेलन केंद्र में 5 मिनट के अंतराल में एक के बाद एक 3 बम धमाके हुए, जिसमें 12 वर्षीय बच्ची समेत 3 की मौत हुई थी।
उस वक्त केंद्र में करीब 2,500 लोग मौजूद थे। यहां यहोवा के साक्षियों की प्रार्थना सभा थी। यहोवा के साक्षी एक ईसाई संप्रदाय है, लेकिन संप्रदाय यहोवा को अपना ईश्वर मानता है।
हमलों की जिम्मेदारी मार्टिन डोमिनिक ने लेते हुए आत्मसमर्पण किया था।