केरल बम धमाकों में अब तक क्या-क्या सामने आया है?
क्या है खबर?
केरल के एर्नाकुलम स्थित कन्वेंशन सेंटर में रविवार को सिलसिलेवार हुए धमाकों में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस हमले में पहले 2 महिलाओं की मौत के बाद आज एक नाबालिग की मौत से आंकड़ा 3 हो गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुरुआती जांच और सबूतों से सामने आया है कि इस हमले के पीछे मार्टिन डोमिनिक का ही हाथ है जिसने धमाकों की जिम्मेदारी लेते हुए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था।
मामला
कब हुए थे धमाके?
29 अक्टूबर सुबह 9:40 बजे एर्नाकुलम के कलामासेरी में एक ईसाई सम्मलेन केंद्र में 5 मिनट के अंतराल में एक के बाद एक 3 बम धमाके हुए।
उस वक्त यहां करीब 2,500 लोग मौजूद थे। ये यहोवा के साक्षियों की प्रार्थना सभा थी।
यहोवा के साक्षी एक ईसाई संप्रदाय है, लेकिन ये संप्रदाय यहोवा को अपना ईश्वर मानता है। इस संप्रदाय के लोग क्रिसमस या ईस्टर भी नहीं मानते हैं।
हमलों की जिम्मेदारी मार्टिन डोमिनिक नमक शख्स ने ली थी।
सबक
हमले के पीछे मार्टिन डोमिनिक का हाथ?
न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, इंटेल के सूत्रों ने कहा कि सभी सबूतों और जांच से यह निष्कर्ष निकला है कि इस हमले की जिम्मेदारी लेने वाला कोच्चि का डोमिनिक ही इस हमले के पीछे है।
डोमिनिक यहोवा के साक्षियों को एक 'सबक' सिखाना चाहता था।
डोमिनिक उनके राष्ट्रगान न गाने या राष्ट्रीय ध्वज न फहराने, क्रिसमस न मनाने और अन्य ईसाइयों को न पहचानने जैसे अजीब रुख के कारण उनसे नाराज था।
मार्टिन डोमिनिक
कौन है हमले की जिम्मेदारी लेने वाला डोमिनिक?
सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान डोमिनिक ने कहा कि वह एक "उदारवादी सुधारवादी" है और पिछले 16 वर्षों से येहोवास विटनेस समुदाय से जुड़ा हुआ है।
डोमिनिक एक निर्माण कर्मचारी है और दुबई स्थित एक कंपनी में काम करता था। वह 2 महीने पहले छुट्टी पर आया था और उसे इस प्रार्थना सभा के बारे में पता था।
कोरोना महामारी के दौरान भी ऐसे हमले की योजना थी, लेकिन यात्रा प्रतिबंधों के कारण वह भारत नहीं आ सका।
बम
हमलावर ने कैसे बनाया बम?
सूत्रों ने कहा, डोमिनिक ने पोटेशियम नाइट्रेट की मदद से स्थानीय रूप से बनाए गए बमों का इस्तेमाल किया।
उसने ट्रिगरिंग डिवाइस बनाने के बारे में यूट्यूब वीडियो देखा, पेट्रोल खरीदा और धागा बम का इस्तेमाल किया जो त्योहारों में फोड़े जाते हैं।
बम के चारों ओर हीटिंग कॉइल लगाईं, जो स्थानीय रूप से भी उपलब्ध हैं और ट्रिगरिंग डिवाइस रिमोट के रूप में एक खिलौना कार रिमोट का उपयोग किया। इस साजिश में उसने किसी का सहारा नहीं लिया।
उद्देश्य
डोमिनिक ने कहा- मारना नहीं केवल सबक सिखाने का था उद्देश्य
सूत्रों ने बताया कि डोमिनिक का इरादा हत्या करना नहीं, बल्कि सबक सिखाना था ताकि उसकी बात मान ली जाए।
पूछताछ में डोमिनिक ने खुलासा किया कि उसने पिछले 4 वर्षों से लगातार यहोवा के साक्षियों से उन कार्यों से दूर रहने के लिए कहा जो राष्ट्र हितों के विपरीत माने जा सकते हैं।
उसने बताया कि पहले भी कई यहोवा के साक्षियों से उसकी लड़ाई हुई है।
FIR
डोमिनिक के खिलाफ UAPA के तहत FIR दर्ज
केरल पुलिस ने इस मामले में डोमिनिक के खिलाफ धारा 302, 307, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम(UAPA) के तहत FIR दर्ज किया है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि धमाकों में IED का इस्तेमाल किया गया था, जिसे यहोवा के साक्षियों की प्रार्थना सभा दौरान हॉल के अंदर टिफिन बॉक्स में रखा गया था।
इस हमले में आतंकियों के शामिल होने की आशंका पर पुलिस ने राज्यभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
जानकारी
केरल के मुख्यमंत्री ने की सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता
धमाकों के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन बैठक ने आज सुबह 10 बजे सचिवालय में सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस उच्चस्तरीय बैठक की वो अध्यक्षता कर रहे हैं जिसमें सभी दलों के नेता मौजूद हैं।
एक्शन
विस्फोट की जांच के लिए SIT का गठन
राज्य सरकार द्वारा घायलों का उपचार सुनिश्चित करने के लिए 14 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज अस्पताल जाकर घायलों की हालत का जायजा ले रही हैं।
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री ने विस्फोट को लेकर फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के आदेश दिए हैं।
इस बम विस्फोट की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का भी गठन किया गया है।