कर्नाटक: मांड्या में गणपति विसर्जन के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक तनाव, 46 हिरासत में लिए गए
क्या है खबर?
कर्नाटक के मांड्या में बुधवार को गणपति विसर्जन के जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई, जिसके बाद शहर में धारा 144 लागू की गई है।
नागमंगला कस्बे में 2 समूहों के बीच विवाद देर शाम तब शुरू हुआ, जब गणपति जुलूस पर पत्थर और जूते फेंके जाने की सूचना मिली।
इसके बाद कुछ लोगों ने व्यापारिक प्रतिष्ठानों और वाहनों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। पुलिस ने अब तक 46 लोगों को हिरासत में लिया है।
हिंसा
कैसे शुरू हुआ विवाद?
खबरों के मुताबिक, बदरीकोप्पलु गांव के लोग गणपति प्रतिमा विसर्जन के लिए जुलूस निकाल रहे थे। जुलूस नागमंगला में मुख्य सड़क से गुजरा, वहां एक मस्जिद थी।
मांड्या के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी ने बताया कि जुलूस मस्जिद के पास काफी समय तक खड़ा रहा, जिससे दोनों समुदाय के बीच बहस हो गई, जो बाद में बढ़कर हिंसा में तब्दील हो गई।
इस दौरान थाने पर पथराव हुआ, तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ा।
विरोध
6 दुकानों में आग लगाई, 13 दुकानों में तोड़फोड़
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि स्थिति पर काबू पाने के बाद गणेश प्रतिमा का विसर्जन करा दिया गया। क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए मैसूर से एक बल बुलाया गया है।
उन्होंने बताया कि सुबह घटनास्थल पर जांच की गई, जिसमें पता चला कि उपद्रवियों ने 6 दुकानों में आग लगाई है, जबकि 13 दुकानों में तोड़फोड़ की है।
पुलिस का कहना है कि अगले आदेश तक धारा 144 लागू रहेगी। मौके पर अभी शांति है।
ट्विटर पोस्ट
हिंसा के बाद का दृश्य
VIDEO | Karnataka: Tension in Nagamangala after clashes erupted during the Ganpati procession, last night.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 12, 2024
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/28v7Zb088I
जानकारी
गुजरात में भी आया था ऐसा ही मामला
सोमवार को गुजरात के सूरत में भी गणेश पंडाल पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस ने गुस्साई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज भी किया। पत्थरबाजी में 27 लोग गिरफ्तार हुए हैं।