कर्नाटक बना नक्सल मुक्त राज्य, चिकमंगलूर में आखिरी नक्सली ने भी किया आत्मसमर्पण
क्या है खबर?
चिकमंगलूर जिले में शनिवार को अंतिम ज्ञात नक्सली के आत्मसमर्पण करने के बाद कर्नाटक को नक्सल मुक्त राज्य घोषित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक (SP) विक्रम अमाथे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "इस आत्मसमर्पण के साथ ही कर्नाटक अब नक्सल मुक्त हो गया है।"
बता दें कि श्रृंगेरी तालुका के कोटेहोंडा निवासी 44 वर्षीय कोटेहोंडा रविंद्र ने स्वेच्छा से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। इससी पहले वह सालों से जंगलों की खाक छान रहा था।
आत्मसमर्पण
रविंद्र ने कैसे किया आत्मसमर्पण?
कर्नाटक पुलिस ने बताया कि रविंद्र ने शुक्रवार को श्रृंगेरी पहुंचकर SP अमाथे के सामने खुद ही समर्पण कर दिया। इसके बाद उसे पुलिस उपायुक्त (DCP) मीना नागराज के पास ले जाया गया, जहां आत्मसमर्पण की सभी औपचारिकताएं पूरी की गई।
आत्मसमर्पण प्रक्रिया के दौरान जिला पंचायत के CEO एचएस कीर्तना और नक्सल आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास समिति के सदस्य केपी श्रीपाल सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
बता दें कि राज्य में अब तक कुल 21 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
सफलता
रविंद्र के आत्मसमर्पण से राज्य में हुआ नक्सलवाद का अंत
पुलिस के अनुसार, रविंद्र 'A' श्रेणी का नक्सली है और उसके आत्मसर्पण से राज्य में नक्सलवाद का अंत हो गया।
पुलिस ने बताया कि रविंद्र को 14 मार्च, 2024 से लागू नई आत्मसमर्पण नीति के तहत सरकारी पुनर्वास पैकेज का लाभ मिलेगा, जिसमें 7.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी शामिल है।
इसके अलावा, वह कौशल प्रशिक्षण और 5,000 रुपये महीना वजीफा भी ले सकता है। उसके खिलाफ 27 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 13 चिकमंगलूर में हैं।