सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने वाली महिला पर हमला, अस्पताल में भर्ती
केरल के सबरीमाला मंदिर में सबसे पहले प्रवेश करने वाली दो महिलाओं में से एक पर हमला हुआ है। मंदिर में प्रवेश करने वाली कनकदुर्गा पर उनके रिश्तेदारों ने हमला किया। वे सोमवार को अपने घर लौटीं थी। हमले के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।। बता दें कि कनकदुर्गा ने एक दूसरी महिला बिंदु के साथ 2 जनवरी को सबरीमाला मंदिर में प्रवेश किया था।
पहले से मिल रही थी धमकियां
इन दोनों महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने के बाद से ही धमकियां मिल रही थीं। 2 जनवरी से लेकर अब तक ये महिलाएं किसी अज्ञात स्थान पर थीं। पिछले हफ्ते समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "हिंसा की धमकी के बावजूद हम मंदिर में घुसने को लेकर प्रतिबद्ध थीं। कई पुलिस अधिकारियों और यहां तक कि हमारे दोस्तों ने भी हमें यह समझाने की कोशिश की कि हम मंदिर में न जाएं और लौट जाएं।"
सरकारी कर्मचारी है कनकदुर्गा
कनकदुर्गा स्टेट सिविल सप्लायर्स कॉर्पोरेशन में सहायक मैनेजर हैं। कनकदुर्गा के भाई ने बताया कि वे बहुत धार्मिक प्रवृति की महिला हैं और उन्हें नहीं पता कि उन्होंने मंदिर में प्रवेश का फैसला क्यों किया। मल्लापुरम की रहने वालीं कनकदुर्गा के पति एक इंजीनियर हैं और दोनों के दो बच्चे हैं। कनकदुर्गा और बिंदु की मुलाकात सबरीमाला मंदिर में जाने की इच्छुक महिलाओं के फेसबुक पेज के माध्यम से हुई थी।
ऐसे किए थे मंदिर में दर्शन
मंदिर में इन महिलाओं के दर्शन की जानकारी बड़े स्तर के कुछ अधिकारियों को थी। इन दोनों महिलाओं को पारंपरिक रास्ते की बजाय स्टाफ के जाने वाले रास्ते से मंदिर ले जाया गया। इनके साथ 6 पुलिसवाले भी थे और सभी ने काले कपड़े पहन रखे थे। इसके अलावा उनके सिर पर पारंपरिक इरुमुदिकट्टू (दो फोल्ड वाला झोला जिसमें मंदिर जाने वाले लोग सामान और ईश्वर को चढ़ाने वाली वस्तु रखते हैं) भी नहीं था।