जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में दुर्घटनावश चली गोली से आम नागरिक की मौत, पुलिसकर्मी गिरफ्तार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे के बीच बुधवार को पुलवामा में एक चेक पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मी की राइफल से दुर्घटनावश चली गोली से एक आम नागरिक की मौत हो गई। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। इधर, घटना को लेकर विपक्ष के नेताओं ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन और भाजपा पर कड़ा निशाना भी साधा है।
चेक पॉइंट पर जांच के दौरान चली गोली
हाल थानाप्रभारी जफर अहमद ने बताया कि मृतक युवक आसिफ अहमद (25) है। वह बुधवार सुबह 10 बजे क्षेत्र के एक चेक पॉइंट से गुजर रहा था। उसी दौरान वहां तैनात एक पुलिसकर्मी की राइफल से अचानक दुर्घटनावश गोली चल गई। वह गोली सीधे आसिफ को जाकर लग गई। उन्होंने बताया कि गोली लगने से घायल हुए आसिफ को पहले नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां से श्रीनगर रैफर कर दिया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
दोषी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया- थानाप्रभारी
थानाप्रभारी अहमद ने बताया कि आसिफ की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस दौरान उन्होंने परिजनों को दुर्घटनावश हादसा होना बताया, लेकिन वह नहीं माने। उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिसकर्मी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। इसके अलावा पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर उसकी राइफल को भी सीज कर दिया गया है।
महबूबा मुफ्ती ने साधा निशाना
इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट किया, 'जैसे कि कश्मीर में लोगों को काफी हद तक परेशान करने वाले कठोर उपाय पर्याप्त नहीं थे। ऐसे में पुलवामा के आसिफ को गृह मंत्री की यात्रा के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के नाम पर अपनी गंवानी पड़ी है। इस दुख की घड़ी में मेरा संवदेना उनके परिवार के साथ है।'
मुफ्ती ने आसिफ की मौत के लिए सुरक्षा व्यवस्था को ठहराया जिम्मेदार
मुफ्ती ने अन्य ट्वीट कर लिखा, 'जम्मू-कश्मीर में एक अति सतर्क और पागल सुरक्षा तंत्र ने आज पुलवामा में एक मासूम की जान ले ली है। सामान्य स्थिति साबित करने की इच्छा यहां के लोगों का सामान्य जीवन छीन रही है। कब तक जम्मू-कश्मीर के लोग भारत सरकार के 'ऑल इज वेल' एजेंडे को सही साबित करने के लिए अपने प्राणों की आहुति देते रहेंगे।' इसी तरह CPM नेता एमवाई तारिगामी ने घटना की विस्तृत जांच की मांग की है।
मुफ्ती ने लगाया घर में नजरबंद करने का आरोप
इससे पहले सुबह मुफ्ती ने पुलिस पर गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा को देखते हुए उन्हें नजरबंद करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री बारामूला की यात्रा पर थे और सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहे थे। इसको देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें श्रीनगर से 27 किलोमीटर दूर पट्टन में एक कार्यक्रम में शामिल होने से रोक दिया। हालांकि, पुलिस ने उनके दावे को खारिज करते हुए कहा है कि वह यात्रा के लिए स्वतंत्र हैं।