जामिया प्रदर्शन: मेडिकल रिपोर्ट में छात्र को गोली लगने की पुष्टि, पुलिस ने किया खंडन
क्या है खबर?
रविवार को दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस की बर्बरता की हर कोई चर्चा कर रहा है।
सोशल मीडिया पर कई वीडियो शेयर हो रहे हैं, जिनमें पुलिसकर्मी यूनिवर्सिटी में आंसू गैस के गोले चलाते दिख रहे हैं।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कई लोग घायल हुए हैं। एक छात्र को गोली लगने की भी पुष्टि हुई है, लेकिन पुलिस ने गोली चलाने की बात से इनकार किया है।
आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
प्रदर्शन
रविवार को जामिया में हुआ था प्रदर्शन
जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संंशोधन कानून के खिलाफ रविवार को प्रदर्शन हुए थे। ये प्रदर्शन उस वक्त हिंसक झड़पों में बदल गए जब प्रदर्शनकारियों ने चार बसों को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
इसके बाद पुलिस बिना इजाजत यूनिवर्सिटी के अंदर घुस गई। आरोप है कि पुलिस ने लाइब्रेरी के अंदर घुसकर वहां बैठे छात्रों के साथ बर्बरता की।
रिपोर्ट
डॉक्टरों ने की एक प्रदर्शनकारी को गोली लगने की खबरों की पुष्टि
पुलिस से हुई झड़प के बाद घायल प्रदर्शनकारियों को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां के डॉक्टरों ने बताया कि रविवार को नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक छात्र गोली लगी है।
एक तरफ जहां डॉक्टरों ने मेडिकल रिपोर्ट में गोली से लगी चोट का जिक्र किया है। वहीं पुलिस गोली चलाने की खबरों का खंडन कर रही है।
पुलिस ने कहा कि जामिया में मौजूद पुलिसकर्मियों के पास कोई हथियार नहीं था।
जानकारी
गोली नहीं चलाई तो फिर चोट कैसे आई?
पुलिस का कहना है कि जब प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगाई थी तो उसने भीड़ को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे। इसी गोले का कोई किनारा किसी छात्र को लगा होगा।
रिपोर्ट
22 वर्षीय छात्र की छाती में लगी गोली
रविवार शाम लगभग 6 बजे 22 वर्षीय एजाज नामक छात्र को सफदरजंग अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल के मेडिकल अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया, "डॉक्टरों की जांच में सामने आया कि छात्र को गोली लगी है। हमें नहीं पता कि प्रदर्शन के दौरान क्या हुआ था और किस ने उसे गोली मारी। उसे फिलहाल ICU में रखा गया है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।"
पुलिस की प्रतिक्रिया
एजाज की चोट पर पुलिस का क्या कहना है?
दक्षिण रेंज के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर देवेश चंद्र श्रीवास्तव से जब एजाज की चोट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पुलिस ने गोलियां नहीं चलाई थी।
उन्होंने कहा, "पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर केवल लाठीचार्ज किया और आंसू गैसे के गोले दागे थे। हो सकता है कि किसी प्रदर्शनकारी को आंसू गैस के गोले से चोट लगी हो।"
उन्होंने कहा कि कई बार मेडिकल रिपोर्ट में ऐसी चोट गोली से लगी चोट की तरह आ जाती है।
जानकारी
छात्र को नहीं लगी पुलिस की गोली- DCP
वहीं दक्षिण पूर्वी दिल्ली के DCP चिन्मॉय बिस्वाल ने कहा कि गोली की चोट पुलिस की वजह से नहीं है। ऐसा भी हो सकता है कि किसी असमाजिक तत्व ने पुलिस पर गोली चलाई और वो किसी को लग गई हो।
गिरफ्तारी
अब तक 10 लोग गिरफ्तार
रविवार को हुई झड़पों के सिलसिले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से अधिकतर की आपराधिक पृष्ठभूमि है। इन लोगों को ओखला और जामिया इलाके से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने कहा कि अभी तक किसी छात्र को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन उन्हें क्लीन चिट भी नहीं दी गई है।
गौरतलब है कि पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।