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खुफिया विभाग का अलर्ट, पुलवामा से भी बड़ा हमला कर सकता है जैश-ए-मोहम्मद, आतंकी तैयार

खुफिया विभाग का अलर्ट, पुलवामा से भी बड़ा हमला कर सकता है जैश-ए-मोहम्मद, आतंकी तैयार

Feb 21, 2019
04:12 pm

क्या है खबर?

पुलवामा में CRPF के काफिले पर हमला करने में सफल रहने के बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हौसले बढ़ गए हैं और वह सुरक्षाबलों पर फिर से एक और बड़ा हमला करने की साजिश रच रहा है। जैश इस बार पुलवामा से भी बड़े हमले को अंजाम देना चाहता है और उसने इसके लिए तैयारी भी कर ली है। पुलवामा हमले के बाद चौकन्नी खुफिया एजेंसियों को आतंकी संगठन के इन खतरनाक मंसूबों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है।

अलर्ट

हमले के लिए तैयार की हरे रंग की स्कॉर्पियो

खुफिया एजेंसियों ने 16-17 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सरगनाओं और कश्मीरी आतंकवादियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर यह अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के अनुसार, पुलवामा की तरह इस बार भी हमले के लिए एक हरे रंग की स्कॉर्पियो को तैयार कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार, जहां पुलवामा हमले में 200 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ था, वहीं इस बार 500 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया जा सकता है।

जैश-ए-मोहम्मद

दिसंबर में कश्मीर में घुसे थे जैश के 21 आतंकी

एक बड़े खुफिया अधिकारी के अनुसार, अलग-अलग प्राप्त कई इनपुट से ये संकेत मिलता है कि आतंकी जम्मू या जम्मू-कश्मीर से बाहर सुरक्षाबलों को निशाना बना सकते हैं। 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में जैश-ए-मोहम्मद के 21 आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने में कामयाब रहे थे। इनमें से 3 आत्मघाती हमलावर थे। इन आतंकवादियों का लक्ष्य कश्मीर में 1 और कश्मीर से बाहर 2 हमलों को अंजाम देने का है।

आदिल अहमद डार

पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकी के महिमामंडन की तैयारी

खुफिया विभाग को मिले इनपुट में यह भी सामने आया है कि आतंकी संगठन पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आंतकी आदिल अहमद डार का भी हमले की तैयारियों से जुड़ा वीडियो जारी कर सकता है, ताकि उसका महिमामंडन किया जा सके। यह भी जानकारी सामने आई है कि पिछले हफ्ते नौशेरा में जिस बम को निष्क्रिय करते वक्त मेजर चित्रेश बिष्ट शहीद हुए थे, उसे जैश के आतंकी मोहम्मद वकास डार ने वहां लगाया था।

बयान

भय का माहौल पैदा करना चाहता है जैश

खुफिया जानकारी पर पुलिस का कहना है कि वास्तव में जैश आतंकियों के बीच हुई पूरी बातचीत का मकसद भारत में भय का माहौल पैदा करना है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "लेकिन अब जब हमने बातचीत को पकड़ लिया है तो हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते।" उन्होंने बताया कि सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं और खतरों से निपटने के लिए सभी तरीके के माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है।