पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया जहांगीरपुरी हिंसा का एक मुख्य आरोपी
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मुख्य आरोपी को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उसे दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान फरीद उर्फ नीतू के तौर पर हुई है। वह जहांगीरपुरी हिंसा के बाद से ही फरार था और उसे पकड़ने के लिए कई टीमें तैनात की गई थीं। आखिरकार कई दिन की मशक्कत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
फरीद ने दंगों में निभाई बड़ी भूमिका- सूत्र
एक सूत्र ने NDTV को बताया, "वो (फरीद) सांप्रदायिक दंगे में सक्रिय तौर पर शामिल था और उसने बड़ी भूमिका निभाई थी। पश्चिम बंगाल में तैनात की गई हमारी कई टीमों ने गुरूवार को उसे तमलुक गांव स्थित उसकी आंटी के घर से गिरफ्तार किया। उसे फ्लाइट के जरिए नई दिल्ली लाया जा रहा है।" सूत्रों के अनुसार, आरोपी दंगों के बाद मौके से फरार हो गया था और वह तब से बंगाल में बार-बार अपनी जगह-जगह बदल रहा था।
जहांगीरपुरी इलाके का बड़ा अपराधी है फरीद
सूत्रों ने कहा कि फरीद जहांगीरपुरी इलाके का एक बड़ा अपराधी है। उनके खिलाफ छह मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें लूट, स्नैचिंग और डकैती के अलावा आर्म्स एक्ट, 2010 के तहत दर्ज किया गया एक मामला भी शामिल है।
जहांगीरपुरी में क्या हुआ था?
उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हो गई थी। शोभायात्रा वालों का कहना है कि मुस्लिम इलाके से निकलने पर उन पर पत्थर फेंके गए, जिसके बाद ये हिंसा हुई। वहीं मुस्लिमों का कहना है कि शोभायात्रा में शामिल लोगों ने मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने की कोशिश की। हिंसा में लगभग 10-12 लोग घायल हुए जिनमें आठ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
हिंसा के बाद जहांगीरपुरी में चला बुलडोजर
जहांगीरपुरी में इस हिंसा के बाद उत्तर दिल्ली नगर निगम (NDMC) ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर हिंसाग्रस्त इलाके में बुलडोजर चलाया था और कई दुकानों और मकानों को गिरा दिया था। अधिकांश मामलों में मुस्लिम पक्ष के ही घर गिराए गए। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने अतिक्रमण हटाने पर रोक लगा रखी है और सभी पक्षों को अपनी दलीलें पेश करने का मौक दिया है। भाजपा की मांग पर ये अभियान चलाया गया था।
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि पिछले कुछ समय में देशभर में सांप्रदायिक हिंसा के मामले बढ़े हैं। 10 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर देश के कई हिस्सों से सांप्रदायिक हिंसा की खबरें सामने आई थीं। मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल और झारखंड के कई इलाकों में शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। गुजरात में हिंसा के दौरान के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि मध्य प्रदेश के खरगोन में भी एक शख्स की मौत हुई।