इंडिगो का 10 दिसंबर तक परिचालन सामान्य करने का दावा, 610 करोड़ रुपये का दिया रिफंड
क्या है खबर?
इस समय अपनी सबसे गंभीर परिचालन विफलताओं से जूझ रही भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने रविवार को बयान जारी कर 10 दिसंबर तक स्थिति सामान्य होने का भरोसा दिलाया है। कंपनी ने बताया कि कई दिनों तक बड़े पैमाने पर व्यवधानों के बाद आज उड़ान संचालन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। कंपनी के निर्धारित 138 मार्गों में से 137 पर उड़ानों का संचालन शुरू हो गया है और समय की पाबंदी में भी 75 प्रतिशत सुधार हुआ है।
बयान
कंपनी ने क्या जारी किया बयान?
कंपनी प्रवक्ता ने कहा कि रविवार को 138 में 137 मार्गों पर उड़ानों का संचालन किया गया है। इन मार्गों पर शनिवार की 1,500 उड़ानों की तुलना में आज 1,650 उड़ानें संचालित हुई है। इसी तरह 75 प्रतिशत उड़ानों का संचालन समय पर किया गया है, जो शनिवार को 30 प्रतिशत ही था। उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर तक की उड़ानों के लिए निरस्त और रीशेड्यूलिंग की व्यवस्था की गई है और रिफंड की प्रक्रिया भी तेजी से जारी है।
दावा
10 दिसंबर तक पूरी तरह बहाल हो जाएगा संचालन
प्रवक्ता ने आगे कहा कि एयरलाइन ने अपने स्थिरीकरण के दृष्टिकोण को भी संशोधित किया है। ऐसे में सामान्य परिचालन 10 दिसंबर तक बहाल हो जाएगा, जो कि पहले बताई गई 10-15 दिसंबर की समय-सीमा से पहले है। उन्होंने कहा, "इंडिगो पुष्टि करता है कि हम अपने नेटवर्क में और अधिक महत्वपूर्ण और निरंतर सुधार स्थापित कर रहे हैं। आज कम रद्दीकरण और बेहतर समय पर प्रदर्शन के साथ इस दिशा में अगले कदम उठाए गए हैं।"
अपील
इंडिगो ने यात्रियों से की खास अपील
इंडिगो ने यात्रियों से हवाई अड्डे जाने से पहले उड़ान की वास्तविक स्थिति की जांच करने का आग्रह किया और स्थिति एवं धनवापसी संबंधी अपडेट के लिए ऑनलाइन लिंक भी उपलब्ध कराए गया हैं। बयान में आगे कहा गया, "हमें इस भारी असुविधा के लिए गहरा खेद है और हम अपने सभी ग्राहकों से तहे दिल से क्षमा याचना करते हैं।" बता दें कि इंडिगो पिछले 5 दिनों से गंभीर परिचालन समस्याओं से जूझ रही है।
रिफंड
इंडिगो ने यात्रियों को दिया 610 करोड़ रुपये का रिफंड
इधर, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि इंडिगो ने रविवार को परिचालन में तेजी ला दी है। उसने निरस्त किए गए टिकटों के लिए अब तक 610 करोड़ रुपये का रिफंड कर दिया है। इसी तरह यात्रियों से अलग हुए उनके सामानों से भरे 3,000 बैग्स को भी उनके घर पहुंचा दिया है। मंत्रालय ने कहा कि एयरलाइन की उड़ानों की संख्या 5 दिसंबर को 706 से बढ़कर 7 दिसंबर को 1,650 तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य भी किया है।
दावा
मंत्रालय ने हस्तक्षेप को यात्री सुरक्षा के रूप में परिभाषित किया
मंत्रालय ने कहा कि वह एयरलाइनों और हवाई अड्डों पर अपने निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित कर रहा है। यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और भारत का विमानन नेटवर्क पूर्ण सामान्य स्थिति की ओर तेजी से बढ़ रहा है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि किराया सीमा, रिफंड समय सीमा और सामान संबंधी निर्देश समेत सभी सुधारात्मक उपाय तब तक लागू रहेंगे, जब तक इंडिगो का परिचालन पूरी तरह से स्थिर नहीं हो जाता है।
प्रभाव
आज भी रद्द हुई 650 से ज्यादा उड़ानें
इंडिगो ने रविवार को भी 650 से अधिक उड़ानें रद्द की हैं। इनमें मुंबई से कोलकाता, नागपुर और भोपाल जाने वाली कई उड़ानें रद्द हुई हैं। दिल्ली से चेन्नई और बेंगलुरु जाने वाली 2 उड़ानें भी रद्द हैं। श्रीनगर हवाई अड्डे से 2 और चेन्नई से 38 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हैदराबाद में 115 उड़ानें रद्द कर दी गईं। बेंगलुरु से 150 और त्रिची से 11 उड़ानें रद्द हुई हैं। अन्य जगहों से भी उड़ानें रद्द हुई हैं।
नोटिस
सरकार ने CEO से 24 घंटे में जवाब मांगा
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोरक्वेरस को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दोनों से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा गया है। नोटिस में DGCA ने कहा, "CEO के रूप में आप एयरलाइन के प्रभावी प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन आप समय पर व्यवस्था सुनिश्चित करने और यात्रियों को अपेक्षित सुविधाएं उपलब्ध कराने के अपने कर्तव्य में विफल रहे हैं।"
कारण
क्या है इंडिगो संकट की वजह?
DGCA ने पायलटों और चालक दल की ड्यूटी से जुड़े नियमों का दूसरा चरण 1 नवंबर से लागू किया था। इनमें पायलटों और चालक दल को 7 दिन काम के बाद 48 घंटे आराम, नाइट ड्यूटी का समय, 6 की बजाय केवल 2 नाइट लैंडिंग, लगातार 2 से ज्यादा नाइट ड्यूटी पर रोक और लंबी उड़ानों के बाद 24 घंटे का आराम जैसे नियम शामिल थे। इससे इंडिगो के पास पायलट-चालक दल की भारी कमी हो गई है।