रेलवे ने 167 साल के इतिहास में टिकट बुकिंग की कमाई से अधिक का किया रिफंड
क्या है खबर?
कोरोना महामारी ने अर्थव्यवस्था के सभी स्रोतों पर बुरा असर डाला है। कई उद्योग-धंधे पूरी तरह से चौपट हो गए और कई को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है।
भारतीय रेलवे भी इस महामारी के कोप से नहीं बच सका है। महामारी को रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के चलते रेलवे को अपने 167 साल के इतिहास में पहली बार टिकट बुकिंग से हुई कमाई से कहीं ज्यादा धन राशि का यात्रियों को रिफंड करना पड़ा है।
नुकसान
रिफंड के कारण रेलवे को हुआ 1,066 करोड़ रुपये का नुकसान
न्यूज 18 के अनुसार मध्य प्रदेश निवासी चंद्रशेखर गौड ने रेलवे से सूचना का अधिकार (RTI) के तहत लॉकडाउन के दौरान रिफंड की गई राशि की जानकारी मांगी थी।
इसके जवाब में रेलवे ने बताया कि उसने आय से ज्यादा का रिफंड किया है और इससे उसे कुल 1,066 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बता दें कि लॉकडाउन के चलते चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रेलवे की सामान्य यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद रहा था।
जानकारी
रेलवे को टिकट रिफंड से अप्रैल में हुआ सबसे अधिक नुकसान
RTI के तहत दी गई जानकारी के अनुसार रेलवे को टिकट राशि रिफंड करने में सबसे अधिक नुकसान अप्रैल के महीने में हुआ था।
इस महीने में रेलवे ने 531.12 करोड़ रुपये का रिफंड किया था। इसी तरह मई में 145.24 करोड़ रुपये और जून में 390.60 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
हालांकि, इस अवधि में मालभाड़े से होने वाली आय पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में उसके आस-पास ही बनी रही थी।
घाटा
रेलवे ने चालू वित्तीय वर्ष में लगाया 40,000 करोड़ के नुकसान का अनुमान
रेलवे के प्रवक्ता डीजे नारायण ने बताया कि रेलवे को वित्तीय वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही के अप्रैल में 4,345 करोड़ रुपये, मई में 4,463 करोड़ रुपये और जून में 4,589 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी, लेकिन इस बार 1,066 करोड़ का नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में भी यात्री ट्रेनों का संचालन बंद होने से रेलवे ने चालू वित्तीय वर्ष में कुल 40,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है और ऐसा पहली बार होगा।
मालभाड़ा
पिछले साल की तुलना में मालभाड़े में भी आई गिरावट
डीजे नारायण ने बताया कि पिछले साल की तुलना में मालभाड़े में भी गिरावट आई है। साल 2019-20 में रेलवे ने मालभाड़े से अप्रैल में 9,331 करोड़, मई में 10,032 करोड़ और जून में 9,702 करोड़ रुपये की कमाई की थी।
चालू वित्तीय वर्ष में यह कमाई अप्रैल में 5,744 करोड़ रुपये, मई में 7,289 करोड़ और जून में 8,706 करोड़ रुपये ही रही है। हालांकि, हालातों के अनुसार इसे बड़ी गिरावट के रूप में नहीं देखा जा रहा है।
जानकारी
रेलवे ने अनिश्चितकाल के लिए रद्द किया नियमित ट्रेनों का संचालन
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए रेलवे ने अपनी सभी नियमित यात्री ट्रेनों का संचालन अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया है। हालांकि, रेलवे की ओर संचालित विशेष यात्री ट्रेनों का संचालन जारी रखने का निर्णय किया है।
श्रमिक स्पेशल
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन में हुआ 2,000 करोड़ का नुकसान
रेलवे ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके गृहराज्य पहुंचाने के लिए रेलवे ने 'श्रमिक स्पेशल ट्रेनों' का संचालन किया था।
इनके जरिए 1.5 करोड़ से अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया गया था। इसका 80 प्रतिशत खर्च भी रेलवे ने ही वहन किया था।
ऐसे में श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने से रेलवे को करीब 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, लेकिन रेलवे ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है।