चीन सौंपने जा रहा पाकिस्तान को उन्नत पनडुब्बियां, भारतीय नौसेना ने कहा- हम निगरानी रख रहे
क्या है खबर?
भारतीय नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल संजय वात्स्यायन ने गुरुवार को कहा कि नौसेना को पता है कि चीन पाकिस्तान को उन्नत पनडुब्बियां-जहाज उपलब्ध करा रहा है, इसलिए नौसेना पूरी तरह सतर्क है। वात्स्यायन ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा, "हमें पता है कि चीन पाकिस्तान को पनडुब्बियां-जहाज भेज रहा है। हम हर चीज पर कड़ी नजर रखे हैं और नौसेना पूरी तरह तैयार है।" उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना भी रक्षा प्रणालियों को मजबूत कर रही है।
बयान
क्या बोले नौसेना उपप्रमुख?
वात्स्यायन ने आगे कहा, "उनका (पाकिस्तान का) पनडुब्बी शामिल करना बहुत जल्द शुरू हो जाएगा, लेकिन हम हर स्थिति पर नजर रख रहे हैं। हम इसका मुकाबला करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। हम जानते हैं कि पनडुब्बी रोधी युद्ध के क्षेत्र में हमें किन क्षमताओं की आवश्यकता है।" अगस्त में उपप्रमुख बनने वाले वात्सायन ने सुझाव दिया, "भारत आगे रहने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव के साथ सैन्य संरचना, क्षमता आवश्यकताओं की समीक्षा कर रहा है।"
बयान
भारत भी कर रहा है उन्नत जहाजों का अधिग्रहण
नौसेना उप प्रमुख ने आश्वासन दिया कि उन्नत जहाजों को भारतीय नौसेना में शामिल करने और अधिग्रहण का कार्य अभी जारी है। उन्होंने चीन के नौसैनिक विस्तार पर भी बात की, जो उनका फ़ुजियान है। उन्होंने कहा कि चीन का तीसरा विमानवाहक पोत आ चुका है। हालांकि, हमारे अपने निर्माणाधीन जहाज अगले 2 वर्षों में पहुंच जाएंगे। हमें पूरा विश्वास है कि अगले 5 से 7 वर्षों में हमारी क्षमताएं और बढ़ जाएंगी।"
अधिग्रहण
पाकिस्तान शामिल कर रहा है 8 हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी
पाकिस्तान चीन द्वारा निर्मित 8 हंगोर-श्रेणी की डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों को शामिल करने के लिए तैयार है। यह समझौता 5 अरब डॉलर का है। वर्ष 2015 में शुरू हुए इस कार्यक्रम में 4 नावें चीन में निर्मित हैं और बाकी 4 पाकिस्तान में असेंबल की गई हैं। पहली पनडुब्बी अप्रैल 2024 में लॉन्च की गई थी। अब इस साल दो और पनडुब्बी लॉन्च की गईं हैं। सभी 8 की आपूर्ति 2022 से 2028 के बीच होनी तय है।
जानकारी
भारत के पास 3 स्वदेशी रूप से विकसित पनडुब्बी
मौजूदा समय में भारत 3 स्वदेशी रूप से विकसित परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बियों का संचालन कर रहा है। इसके साथ ही फ्रांस, जर्मनी और रूस के साथ दशकों से निर्मित डीजल-इलेक्ट्रिक हमलावर पनडुब्बियों की कई श्रेणियों का भी उपयोग किया जा रहा है।
ट्विटर पोस्ट
सुनिए क्या बोले नौसेना उपप्रमुख
Vice Admiral Sanjay Vatsayan, Vice Chief of Navy-
— Piyush Rai (@Piyushrai21) November 20, 2025
”We are aware that China is supplying submarines and ships to Pakistan. We are monitoring everything closely, and the Indian Navy is fully prepared.” pic.twitter.com/OkX5lpnWYY