भारत ने मेक्सिको के 50 प्रतिशत टैरिफ के जवाब में दी उचित उपाय करने चेतावनी
क्या है खबर?
मेक्सिको द्वारा भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने मेक्सिको को अपने हितों की रक्षा के लिए उचित उपाय करने की चेतावनी दी है। इसके साथ रचनात्मक बातचीत के माध्यम से भी मुद्दे का समाधान निकालने का प्रयास करने की भी बात कही है। बता दें कि मेक्सिको की सीनेट ने 10 दिसंबर को भारत समेत 5 एशियाई देशों पर 50 प्रतिशत टैरिफ व्यवस्था को मंजूरी दी थी।
प्रतिक्रिया
भारत ने क्या दी है प्रतिक्रिया?
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने PTI से कहा, "भारत भारतीय निर्यातकों के हितों की रक्षा के लिए उचित उपाय करने का अधिकार सुरक्षित रखता है। इसके साथ ही रचनात्मक बातचीत के माध्यम से समाधान तलाशने का प्रयास जारी रखेगा।" उन्होंने कहा, "वाणिज्य विभाग वैश्विक व्यापार नियमों के अनुरूप पारस्परिक रूप से लाभकारी समाधान तलाशने के लिए मैक्सिको के अर्थव्यवस्था मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसके सार्थक परिणाम हाे सकते हैं।"
बैठक
दोनों देशों के बीच हुई है उच्च स्तरीय बैठक
अधिकारी ने बताया कि वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल और मैक्सिको के अर्थव्यवस्था उप मंत्री लुइस रोसेंडो के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक हुई है और आगे भी ऐसी बैठकें होने की उम्मीद है। सरकार ने कहा कि पूर्व परामर्श के बिना सर्वोत्तम राष्ट्र (MFN) टैरिफ में एकतरफा वृद्धि, हमारे सहयोगात्मक आर्थिक जुड़ाव की भावना या बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को रेखांकित करने वाले पूर्वानुमान और पारदर्शिता के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है। यह एकतरफा निर्णय है।
टैरिफ
मेक्सिको ने इन उत्पादों पर लगाया टैरिफ
मेक्सिको ने ऑटो पार्ट्स, हल्की कार, कपड़ा, प्लास्टिक, स्टील, घरेलू उपकरण, खिलौने, वस्त्र, फर्नीचर, जूते, चमड़े के सामान, कागज, कार्डबोर्ड, मोटरसाइकिल, एल्युमीनियम, ट्रेलर, कांच, साबुन, इत्र और सौंदर्य प्रसाधनों जैसी वस्तुओं पर शुल्क लगाया है। ये सभी सामान भारत से आयात किया जाता है। मेक्सिको के साथ भारत, दक्षिण कोरिया, चीन, थाईलैंड और इंडोनेशिया का कोई व्यापार समझौता नहीं है। ऐसे में उसके निर्णय का इन सभी देशों पर व्यापक असर पड़ने की उम्मीद है।