जंगल जैसा अहसास, बांस की डिजाइन; देश के पहले प्रकृति-आधारित एयरपोर्ट टर्मिनल में क्या है खास?
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के गुवाहाटी में लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया। ये प्रकृति आधारित थीम पर बना देश का पहला एयरपोर्ट टर्मिनल है। इस टर्मिनल को बनाने में 140 मीट्रिक टन बांस का इस्तेमाल किया गया है, जो असम की जैव विविधता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाएगा। इसे बनाने में 4,000 करोड़ रुपये की लागत आई है। आइए टर्मिनल की खासियत जानते हैं।
जंगल
टर्मिनल देगा जंगल जैसा अहसास
पूरे टर्मिनल को इस तरह बनाया गया है कि यात्रियों को इसके अंदर जाते ही जंगल जैसा अहसास होगा। इसे काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान से प्रेरित हरियाली, जापी आकृतियां, प्रसिद्ध गैंडा प्रतीक और 57 ऑर्किड प्रेरित कॉलमों से सजाया गया है, जो कोपऊ फूल को दर्शाते हैं। टर्मिनल में एक अनोखा स्काई फॉरेस्ट भी है, जिसमें लगभग एक लाख देशी प्रजातियों के पौधे हैं, ताकि यात्रियों को जंगल जैसा अनुभव मिल सके।
आकार
1.4 लाख वर्ग मीटर में फैला है टर्मिनल
नया टर्मिनल 1.4 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है और ये हर साल 1.3 करोड़ से ज्यादा यात्रियों को संभाल सकता है। इसमें रनवे, एयरफील्ड सिस्टम, एप्रॉन और टैक्सीवे को लेकर बड़े सुधार किए गए हैं। यह असम की कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे न सिर्फ यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
आधुनिक सुविधाएं
कई आधुनिक सुविधाओं से लैस है टर्मिनल
नए टर्मिनल में सांस्कृतिक विरासत के साथ यात्रियों की सुविधा के लिए आधुनिक तकनीक और डिजिटल इनोवेशन को भी प्राथमिकता दी गई है। सुरक्षा के लिए बॉडी स्कैनर लगाए गए हैं, जो तेज सुरक्षा जांच सुनिश्चित करते हैं। इसके अलावा डिजीयात्रा से चलने वाली संपर्क रहित यात्रा, ऑटोमेटेड बैगेज हैंडलिंग सिस्टम, फास्ट-ट्रैक इमिग्रेशन और कुशल यात्री आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए AI संचालित एयरपोर्ट ऑपरेशन शामिल हैं। नया टर्मिनल अगले साल मार्च तक पूरी तरह चालू हो जाएगा।
बयान
प्रधानमंत्री बोले- यह असम के लिए बड़ी उपल्बधि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, '20 दिसंबर को लोकप्रिया गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन होगा। यह असम के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। बढ़ी हुई क्षमता का मतलब है बेहतर 'ईज ऑफ लिविंग' और साथ ही व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।' वहीं, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लिखा, 'भारत के लिए पहले प्रकृति आधारित एयरपोर्ट टर्मिनल के लोकार्पण के लिए असम के लोग आपका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।'