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नफरती अपराधों के कारण भारत ने कनाडा में रह रहे भारतीयों से सावधान रहने को कहा
कनाडा में भारत विरोधी गतिविधियों बढ़ती जा रही हैं

नफरती अपराधों के कारण भारत ने कनाडा में रह रहे भारतीयों से सावधान रहने को कहा

Sep 23, 2022
05:04 pm

क्या है खबर?

भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कनाडा में रह रहे अपने नागरिकों और छात्रों को सावधान और सतर्क रहने को कहा है। कनाडा में नफरती अपराधों और भारत विरोधी गतिविधियों में वृद्धि के कारण उनसे ये अपील की गई है। इसके अलावा उन्हें भारतीय उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास के साथ रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह भी दी गई है ताकि आपातकालीन स्थिति में उनसे अच्छे से संपर्क किया जा सके।

एडवाइजरी

कनाडाई प्रशासन के सामने उठाया गया मुद्दा- विदेश मंत्रालय

विदेश मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा, "कनाडा में नफरती अपराधों, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों में तेज इजाफा देखने को मिला है। विदेश मंत्रालय और कनाडा के हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों ने कनाडाई प्रशासन के सामने इन मुद्दों को उठाया है और उनसे इन अपराधों की जांच करके उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। कनाडा में अभी तक इन अपराधों को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।"

एडवाइजरी

कनाडा जा रहे भारतीयों को भी सावधान और सतर्क रहने की सलाह

एडवाइजरी में आगे कहा गया है, "इन अपराधों में वृद्धि को देखते हुए कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों और भारतीय छात्रों और यात्रा या शिक्षा के लिए कनाडा जा रहे भारतीयों को उचित सावधानी बरतने और सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।" भारतीय नागरिकों और छात्रों से ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग और टोरंटो और वैंकूवर स्थित वाणिज्य दूतावास की वेबसाइट्स या MADAD पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने को भी कहा गया है ताकि उनसे बेहतर संपर्क किया जा सके।

जानकारी

कनाडा में रहते हैं 16 लाख भारतीय और NRI

बता दें कि कनाडा में गैर-निवासी भारतीय (NRI) और भारतीय मूल के 16 लाख लोग रहते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र भी शामिल हैं। इस साल देश में कम से कम दो हिंदू मंदिरों पर हमले हो चुके हैं जो खालिस्तानियों ने किए थे।

खालिस्तानी

कनाडा में खालिस्तान पर जनमत संग्रह कर चुके हैं खालिस्तानी तत्व

भारत सरकार ने ये एडवाइजरी ऐसे समय पर जारी की है जब खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने 19 सितंबर को कनाडा में खालिस्तान के लिए जनमत संग्रह किया था। भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी और कहा कि यह कट्टरपंथी और चरणपंथी संगठनों द्वारा किया जा रहा एक हास्यास्पद कार्य है। भारत के अनुसार, ये बेहद ही आपत्तिजनक है कि खालिस्तान पर जनमत संग्रह भारत के एक मित्र देश में किया गया।

चिंता की बात

कनाडा में बेहद सक्रिय रहते हैं खालिस्तानी तत्व

बता दें कि सिखों के लिए अलग देश 'खालिस्तान' की मांग करने वाले खालिस्तानी कनाडा में बेहद सक्रिय हैं और यहां समय-समय पर खालिस्तान समर्थक घटनाएं देखने को मिलती रहती हैं। भारत में आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका खालिस्तानी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) भी कनाडा में सक्रिय है। भारत सरकार ने कनाडा से उसे आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की है। जस्टिन ट्रुडो की सरकार पर खालिस्तानियों के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप भी लगता है।