आयकर विभाग ने गुरूग्राम में ट्रूकॉलर ऐप के कार्यालय और अन्य जगह छापा मारा, जानें मामला
आयकर विभाग की टीम ने गुरुवार को हरियाणा के गुरूग्राम में कॉलर आईडी और स्पैम ब्लॉकिंग ऐप ट्रूकॉलर के कार्यालय में छापा मारा। टीम ऐप से जुड़े कई अन्य अन्य स्थानों पर भी गई थी। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग का छापा ऐप द्वारा ट्रांसफर प्राइसिंग नियमों के उल्लंघन के आरोप में की गई है। हालांकि, अभी कंपनी या विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बता दें कि ट्रूकॉलर एक स्वीडिश कंपनी है।
ऐप ने हाल में शुरू किया है फर्जी बीमा से जुड़ा एक फीचर
पिछले महीने ही ट्रूकॉलर ऐप ने देश में ट्रूकॉलर फ्रॉड इंश्योरेंस नाम से एक नया फीचर शुरू किया है, जिसका उद्देश्य धोखाधड़ी का शिकार होने की स्थिति में प्रीमियम ग्राहकों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करना है। ट्रूकॉलर ने इस सेवा के लिए HDFC एर्गो के साथ साझेदारी की है। नया फीचर उन उपयोगकर्ताओं की मदद करेगा जो ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं। हालांकि, यह सुविधा केवल प्रीमियम ग्राहकों के लिए ही है।
ट्रूकॉलर के बारे में जानें
ट्रूकॉलर स्वीडन की कंपनी है, जिसकी स्थापना स्टॉकहोम में नामी जर्रिन्घलम और एलन मामेडी ने 2009 में की थी। यह भारत में 2012 में शुरू हुआ था। मौजूदा समय में भारत में 25 करोड़ लोग इस ऐप से जुड़े हुए हैं। ऐप की मदद से आप बिना किसी का नंबर सेव किए ही अपने मोबाइल पर कॉल करने वाले का नाम जान सकते हैं। इस ऐप में नंबर को स्पैम करने का भी विकल्प है।