प्रधानमंत्री मोदी ने किया 'पूर्वांचल एक्सप्रेसवे' का उद्घाटन, जानें इसकी खास बातें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में 'पूर्वांचल एक्सप्रेसवे' का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद एक्सप्रेसवे पर एयर शो का आयोजन भी किया गया और प्रधानमंत्री मोदी ने जनता को संबोधित किया। मात्र साढ़े तीन साल के समय में बने इस एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल के विकास के लिए बेहद अहम माना जा रहा है और भाजपा उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले इसे भुनाने की कोशिश में है। आइए आपको इसके बारे में महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
किन जिलों को जोड़ता है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे?
341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को गाजीपुर जिले से जोड़ता है। एक्सप्रेसवे लखनऊ के चांदसराय गांव से शुरू होता है और गाजीपुर जिले में नेशनल हाईवे 31 पर स्थित हैदरिया गांव पर समाप्त होता है। इसके जरिए राज्य के आठ जिलों- लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर- को जोड़ा गया है। ये हाईवे लखनई से गाजीपुर के छह घंटे के सफर को साढ़े तीन घंटे का कर देगा।
एक्सप्रेसवे पर कितनी लागत आई?
प्रधानमंत्री मोदी ने जुलाई, 2018 में आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की नींव रखी थी और इस पर कुल 22,496 करोड़ रुपये की लागत आई है। अभी ये एक्सप्रेसवे छह लेन का है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे पर 18 फ्लाईओवर, 13 इंटरचेंज, सात रेलवे ओवर ब्रिज, सात लंबे ब्रिज, 104 छोटे ब्रिज, 271 अंडरपास और 525 पुलिया हैं। एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है।
एक्सप्रेसवे पर अभी कोई पेट्रोल पंप या रेस्टोरेंट नहीं
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन भले ही हो गया हो, लेकिन अभी भी इस पर पेट्रोल पंप या अन्य ऐसी चीजें नहीं हैं जिनकी लंबे सफर के दौरान जरूरत पड़ती है। एक्सप्रेसवे पर चढ़ने से पहले ही लोगों को अपनी पेट्रोल की टंकी फुल करानी होगी। इसके साथ ही उन्हें अपने साथ खाना भी लेकर जाना होगा क्योंकि एक्सप्रेसवे पर कोई रेस्टोरेंट भी नहीं है। हालांकि यहां 100-100 किलोमीटर पर दो रेस्ट स्टॉप बनाए जा रहे है।
एक्सप्रेसवे पर उतर सकेंगे लड़ाकू विमान
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर सुल्तानपुर के कुरेभार गांव में एक तीन किलोमीटर लंबा रनवे भी बनाया गया है। इस रनवे पर आपातकालीन स्थिति में लड़ाकू विमान उतारे जा सकेंगे। आज प्रधानमंत्री मोदी का C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान भी इसी रनवे पर लैंड हुआ। ये इस एक्सप्रेसवे की क्षमता दर्शाता है। देश में चुनिंदा ही हाईवे और एक्सप्रेसवे ऐसे हैं जिन पर इस तरीके से लड़ाकू विमान उतारे जा सकते हैं। आगरा-दिल्ली को जोड़ने वाला यमुना एक्सप्रेसवे भी इनमें शामिल है।
पूर्वांचल के विकास पर एक्सप्रेसवे का क्या असर पड़ेगा?
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की सबसे बड़ी विकास परियोजनाओं में एक है और सरकार का कहना है कि ये इलाके की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी साबित होगा। सरकार ने एक्सप्रेसवे के किनारे 'लैंड बैंक' भी बनाया है और एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण को इसके किनारे औद्योगिक हब विकसित करने को कहा है। भाजपा अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इसे भरपूर भुनाने की कोशिश करेगी।