
सोनम वांगचुक का बड़ा बयान, कहा- न्यायिक जांच शुरू होने तक जेल में ही रहूंगा
क्या है खबर?
लद्दाख में पिछले महीने राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची सुरक्षा की मांग को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों में पुलिस की गोलीबारी में 4 लोगों की मौत के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कहा कि लद्दाख में हुई हत्याओं की स्वतंत्र न्यायिक जांच शुरू होने तक वह जोधपुर के केंद्रीय कारागार में ही रहेंगे। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कछ कहा है।
संवेदना
वांगचुक ने मृतकों के परिवारों के प्रति व्यक्त की संवेदना
वांगचुक के वकील मुस्तफा हाजी और उनके बड़े भाई का त्सेतन दोरजे ले ने शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और लद्दाख और भारत के लोगों के नाम उनका संदेश पहुंचाया। उन्होंने सभी की चिंताओं और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं। वांगचुक ने लेह में हाल ही में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।
योजना
जांच शुरू होने तक जेल में रहने को तैयार
वांगचुक ने हत्याओं की स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि जब तक यह नहीं हो जाता, वह जेल में रहने को तैयार हैं। उन्होंने लेह और कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (KDA) की छठी अनुसूची का दर्जा और लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग का भी पुरजोर समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "लद्दाख के हित में सर्वोच्च निकाय जो भी कदम उठाएगा, मैं तहे दिल से उनके साथ हूं और हमेशा उनका समर्थन करूंगा।"
आलोचना
वांगचुक की गिरफ्तारी की हुई है आलोचना
विपक्षी दलों और नागरिक समाज समूहों ने वांगचुक की नजरबंदी की व्यापक आलोचना की है। लद्दाख पुलिस ने उन पर पाकिस्तान से संबंध रखने का आरोप लगाया है और गृह मंत्रालय ने उनके NGO का विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम के तहत लाइसेंस रद्द कर दिया है। उनके खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच लंबित है। इस बीच, वांगचुक की पत्नी गीतांजलि आंगमो ने अपने पति से न मिलने देने का आरोप लगाया है।