हैदराबाद गैंगरेप: नाबालिग आरोपियों के खिलाफ व्यस्कों की तरह मुकदमा चलाने की मांग करेगी पुलिस
हैदराबाद गैंगरेप मामले में गिरफ्तार हुए छह आरोपियों में से पांच नाबालिग हैं। हालांकि, पुलिस इन पांचों के खिलाफ भी व्यस्कों की तरह मुकदमा चलवाने का प्रयास करेगी ताकि उन्हें सजा में रियायत न मिल सके। मामले में गिरफ्तार पांचों नाबालिगों की उम्र 16 से 18 साल के बीच है। अभी कानून में यह प्रावधान है कि नाबालिग आरोपी को तीन साल से अधिक की सजा नहीं मिल सकती। आइये जानते हैं कि इस मामले में क्या क्या हुआ है।
क्या है हैदराबाद गैंगरेप मामला?
हैदराबाद में 28 मई को एक किशोरी के साथ बड़े घरों से आने वाले पांच लड़कों ने गैंगरेप किया था। पीड़िता अपने दोस्तों के साथ एक पब में पार्टी करने गई थी। आरोप है कि लौटते वक्त आरोपी लड़कों ने उसे अपनी मर्सिडीज कार से घर छोड़ने की पेशकश की, जिसे पीड़िता ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने बीच में गाड़ी बदली और फिर जुबली हिल्स इलाके में सुनसान जगह पर ले जाकर पीड़िता का गैंगरेप किया।
पांच आरोपियों पर गैंगरेप का आरोप
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपियों में से पांच पर गैंगरेप में शामिल होने का आरोप है। वहीं एक नाबालिग को पीड़िता के साथ बदतमीजी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह गैंगरेप में शामिल नहीं था। बता दें कि मामले के एक विधायक के बेटे समेत तीन आरोपी शक्तिशाली राजनीतिक परिवारों से संबंध रखते हैं। पुलिस का कहना है कि वह अदालत से आरोपियों को अधिकतम सजा दिलाने का प्रयास करेगी।
31 मई को दर्ज हुई थी FIR
इस मामले में पहली FIR जुबली हिल्स पुलिस थाने में 31 मई को हुई थी। शुरुआती शिकायत में केवल छेड़छाड़ के आरोप लगाए गए थे, लेकिन महिला सहायता केंद्र में पीड़िता का बयान दर्ज होने के बाद गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने पहले पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उन्हीं की गिरफ्तारी के प्रयास किए गए। छठे आरोपी का नाम बाद में शिकायत में शामिल किया गया था।
बुधवार को मिली व्यस्क आरोपी की रिमांड
हैदराबाद की एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को व्यस्क आरोपी को पुलिस रिमांड में भेज दिया है। यह रिमांड आज से शुरू हो रही है। पुलिस ने नाबालिग आरोपियों को भी हिरासत में लेने के लिए जुवेनाइल बोर्ड में अपील की है।
पुलिस पर लगे थे आरोपियों के बचाने का आरोप
मामले की जांच के दौरान भाजपा ने हैदराबाद पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया था। दरअसल, शुक्रवार शाम को पुलिस ने कहा था कि उसे किसी भी विधायक के बेटे की इस घटना में संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। इस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने फोटो और वीडियो लेकर विधायक के बेटे के शामिल होने का दावा किया था। भाजपा नेताओं ने सवाल उठाए कि बिना अदालत में जाए पुलिस कैसे किसी को क्लीन चिट दे सकती है।
भाजपा ने की थी CBI जांच की मांग
भाजपा के राज्य प्रमुख और दूसरे नेताओं ने मामले की CBI जांच की मांग की थी। भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए राज्य के गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा और कहा था कि अगर वो पद नहीं छोड़ते हैं तो विरोध प्रदर्शन और तेज होगा।
विपक्ष का राज्य सरकार पर हमला
पुलिस जांच और गिरफ्तारियों के बीच कांग्रेस और भाजपा ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के राज्य प्रमुख और लोकसभा सांसद रेवंत रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को रेप, नशे और पबों में होने वाली घटनाओं की समीक्षा करते हुए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। वहीं भाजपा का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में रोजाना ऐसी घटनाएं हो रही हैं।