जम्मू-कश्मीर: भाजपा और RSS नेता की हत्या में वांछित हिज्बुल आतंकी को सुरक्षाबलों ने किया ढेर
एक भाजपा नेता और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के पदाधिकारी की हत्या के मामले में वांंछित आतंकवादी को सुरक्षाबलों ने शनिवार को ढेर कर दिया। सुरक्षाबलों ने शनिवार को रामबन में नौ घंटे तक चले एनकाउंटर में हिज्बुल मुजाहिद्दिन के एक शीर्ष कमांडर समेत तीन आतंकियों को ढेर किया था। इनकी पहचान ओसामा, हारुन और जाहिर के रूप में हुई है। इनमें से ओसामा भाजपा नेता अनिल परिहर और RSS पदाधिकारी चंद्रकात शर्मा की हत्या के मामले में वांछित था।
नौ घंटे तक चले एनकाउंटर में ढेर हुआ ओसामा
शनिवार को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच नौ घंटे तक मुठभेड़ चली। आतंकियों ने रामबन जिले के बटोटे बाजार में स्थित एक घर में शरण लेते हुए इसके मालिक को बंधक बना लिया था, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने घर को चारों तरफ से घर लिया था। इस पूरे अभियान में एक सैनिक भी शहीद हुआ। मृत आतंकियों में शामिल ओसामा की पुलिस को भाजपा नेता और RSS पदाधिकारी की हत्या के मामले में लंबे समय से तलाश थी।
हाल ही में गिरफ्तार हुए थे हत्याकांड के आरोपी
हिज्बुल का आतंकी ओसामा किश्तवाड़ जिले में हथियार छीनने की भी तीन घटनाओं में शामिल था। उस पर कई लाख रुपये का ईनाम था। हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अनिल परिहर और चंद्रकात शर्मा की हत्या के आरोप में चार आतंकियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आतंकी किश्तवाड़ के रहने वाले हैं और इनकी पहचान निरास अहमद शेख, निशाद अहमद, रुस्तम और आजाद हुसैन के रूप में हुई थी। पुलिस ने तब बताया था कि उसे ओसामा की तलाश है।
पंचायत चुनावों से पहले हुई थी अनिल परिहार की हत्या
भाजपा नेता अनिल परिहार और उनके छोटे भाई अजित को पिछले साल नवंबर में गोली मारी गई थी। अनिल अपने क्षेत्र के जाने-माने नेता थे। वो आतंकियों की हिट लिस्ट में थे और उनकी सुरक्षा के लिए पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) तैनात किया गया था। हमले के वक्त उनका PSO उनके साथ मौजूद नहीं था। वहीं RSS के किश्तवाड़ और डोडा जिले के इंचार्ज चंद्रकांत शर्मा और उनके PSO की अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
अस्पताल में किया गया चंद्रकांत पर हमला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंद्रकांत पर तीन आतंकियों ने हमला किया था। इनमें से दो अस्पताल के पिछले रास्ते से अंदर घुसे, जबकि तीसरा बाहर खड़ा रहा। आतंकियों ने पहले चंद्रकांत के PSO को गोली मारी। PSO लोगों से भरे OPD विभाग में खड़े थे। गोली चलने की आवाज सुनकर चंद्रकांत जब बाहर आए तो आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसा दी। घटना को अंजाम देकर जाते हुए आतंकियों ने PSO की AK-47 भी लूट ली थी।