हाथरस हादसा: आयोजन कमेटी के 6 लोग गिरफ्तार, मुख्य आयोजक पर इनाम घोषित
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के सत्संग में भगदड़ के दौरान हुई 123 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने पहली कार्रवाई की है। अलीगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मामले में अभी तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें राम लड़ैते, उपेंद्र सिंह यादव, नेक सिंह, मंजू यादव, मुकेश कुमार और मंजू देवी शामिल हैं। ये सभी आयोजन समिति से जुड़े हैं।
किन आरोपों में गिरफ्तार किया गया?
शलभ माथुर ने बताया कि इन सभी की गिरफ्तारी हाथरस कोतवाली और सिकंदराराऊ से की गई है। पूछताछ में इन्होंने बताया कि पूर्व में भी ये कई आयोजन कर चुके हैं। इन्होंने बताया कि ये मुख्यतः सेवादार के रूप में कार्य करते हैं। आयोजक और इनकी समिति सत्संग में चंदा इकट्ठा करना, भीड़ इकट्ठा करने में सहयोग देते हैं। सत्संग स्थल पर सफाई, पार्किंग, जनरेटर, बिजली, भीड़ नियंत्रण करना, पंडाल लगाना, खड़ंजा का काम इनके द्वारा कराई जाती है।
मुख्य आयोजक पर 1 लाख रुपये का इनाम
माथुर ने बताया कि इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत मामला दर्ज हुआ है। आज तक के मुताबिक, घटना के बाद से फरार मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उन्होंने बताता कि उनके खिलाफ कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी कराया जाएगा। बाबा की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर उनसे पूछताछ होगी और भूमिका सामने आने पर कार्रवाई होगी।
हादसे में 123 की मौत
मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के समापन पर बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनके चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े। इस दौरान आयोजकों की लापरवाही से भगदड़ मची और कुचलने से 123 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में टीम गठित की है।