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#NewsBytesExplainer: सिख धर्म में 'बेअदबी' क्या है, जिसके लिए एक युवक की पीट-पीटकर हत्या की गई?
सिख धर्म के धार्मिक प्रतीकों के अपमान के लिए कई लोगों की लिंचिंग की जा चुकी है

#NewsBytesExplainer: सिख धर्म में 'बेअदबी' क्या है, जिसके लिए एक युवक की पीट-पीटकर हत्या की गई?

May 05, 2024
05:10 pm

क्या है खबर?

पंजाब के फिरोजपुर में शनिवार को भीड़ ने पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने पर एक 19 वर्षीय युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें भीड़ जमीन पर पड़े युवक पर तलवारों से हमला करती दिख रही है। उन्होंने गुरुद्वारे के अंदर और पुलिस के सामने इस वारदात को अंजाम दिया। आइए जानते हैं कि बेअदबी क्या है और पंजाब में पहले कब ऐसी घटनाएं हुई हैं।

बेअदबी

क्या है बेअदबी? 

सिख धर्म में आखिरी गुरु गुरु गोविंद सिंह के बाद गुरु ग्रंथ साहिब को ही जीवित गुरु माना गया है और इसलिए इससे संबंधित हर चीज पवित्र है। चूंकि ग्रंथ को जीवित गुरु माना गया है, इसलिए इसके प्रति असम्मान को सिख बेहद गंभीर बेअदबी मानते हैं और ये मुगलों द्वारा सिख गुरुओं के अपमान के बराबर ही है। सेवा में उपयोगी होने वाली चीजों, पगड़ी, कृपाण, रीतियों और धार्मिक इतिहास के प्रति असम्मान को भी बेअदबी माना जाता है।

कार्रवाई

आरोपियों के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई होती है?

अधिकांश मामलों में आरोपियों को "पागल" करार देकर छोड़ दिया जाता है और इसे लेकर सिखों के कई वर्गों में नाराजगी है। सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था अकाल तख्त भी इस मामले को उठा चुकी है और सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। अगर आरोपियों को दोषी करार भी दिया जाता है तो उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295 और 295A लगती हैं, जिनमें अधिकतम 3 साल की सजा का प्रावधान हैं। सिख इसे अपर्याप्त मानते हैं।

कठोर कानून

क्या कड़े कानून बनाने के प्रयास नहीं किए गए? 

बेअदबी के मामलों को रोकने के लिए 2015 में भाजपा-अकाली दल की पंजाब सरकार ने विधेयक पारित किया था, जिसमें IPC में नई 295AA धारा जोड़कर गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान करने पर आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया था। हालांकि, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे ये कहकर लौटा दिया कि ये संविधान की धर्मनिरपेक्ष भावना के खिलाफ है। 2018 में कांग्रेस सरकार ने भी सभी धर्मों के लिए ऐसा विधेयक पारित किया, लेकिन इसे कभी लागू नहीं किया गया।

मामले

पंजाब में बेअदबी के कितने मामले? 

पंजाब में बेअदबी के सबसे अधिक मामले सामने आते हैं। 2018 में राज्य में प्रति 10 लाख जनसंख्या पर बेअदबी के 0.7 मामले सामने आए, वहीं अन्य राज्यों में ये आंकड़ा 0.1 से 0.4 के बीच रहा। 2019 में पंजाब में 0.6 मामले सामने आए, वहीं 2020 में यह आंकड़ा 0.5 रहा। इन तीनों साल पंजाब इस मामले में शीर्ष पर रहा। राज्य में 2017 से 2020 के बीच बेअदबी के कुल 721 मामले सामने आ चुके हैं।

बड़े मामले

सिख धर्म की बेअदबी के सबसे बड़े मामले कौन से हैं? 

आधुनिक इतिहास में 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' को बेअदबी का सबसे बड़ा मामला माना जाता है। इसमें सुरक्षाबलों ने स्वर्ण मंदिर के अंदर घुसकर खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरांवाले को मारा था। 1951 में संत निरंकारियों के प्रमुख सतगुरु अवतार सिंह को खुद को सिख धर्म का अगला गुरु घोषित करने के बाद इस समूह को भी बेअदबी का दोषी माना गया था। गुरु गोविंद सिंह जैसी पोशाक पहनने के कारण गुरमीत राम रहीम को भी बेअदबी का दोषी माना जाता है।

हालिया मामले

हालिया समय में बेअदबी के कौन से मामले सामने आए हैं?

दिसंबर, 2021 में सिख धर्म के सबसे पवित्र धर्म स्थलों में शामिल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में एक युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने की कोशिश की थी, जिसके बाद भीड़ ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। इसके कुछ दिन बाद कपूरथला में एक युवक की बेअदबी के शक में लिंचिंग कर दी गई। हाल ही में जनवरी, 2024 में फगवाड़ा में बेअदबी के शक में एक निहंग सिख ने एक युवक की हत्या कर दी थी।