हरियाणा: तिरंगा खरीदने को मजबूर करने वाला राशन डीलर निलंबित, वरुण गांधी ने उठाया था मुद्दा
क्या है खबर?
देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ को केंद्र सरकार 'आजादी का अृमत महोत्सव' के रूप में मना रही है।
इसके तहत 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रम भी आयोजित होगा, लेकिन इसके लिए अब गरीबों का निवाला भी छीना जा रहा है।
हरियाणा के करनाल में एक राशन डीलर द्वारा राशन कार्ड धारकों को 20 रुपये में तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा था।
हालांकि, मामले के सामने आने के बाद अधिकारियों ने दोषी राशन डीलर को निलंबित कर दिया है।
पृष्ठभूमि
सरकार ने लोगों से की अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक 'हर घर तिरंगा' अभियान चलाया जाएगा। सरकार ने लोगों से अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील की है।
इसके लिए डाकघर और राशन दुकानों पर भी तिरंगे उपलब्ध कराए गए हैं।
हालांकि, सरकार ने यह सुविधा लोगों की सहूलियत के लिए दी है ताकि लोगों को तिरंगा खरीदने के लिए भटकना नहीं पड़े।
इसके अलावा इसमें किसी को तिरंगा खरीदने पर मजबूर भी नहीं किया जा सकता है।
प्रकरण
करनाल में तिरंगा न खरीदने पर किया राशन देने से इनकार
सरकार की मुहिम को सफल बनाने के लिए करनाल जिले के एक राशन डीलर दिनेश कुमार ने राशन कार्ड धारकों पर तिरंगा खरीदने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया।
उसने राशन लेने वालों से तिरंगे के एवज में 20 रुपये मांगे और तिरंगा न खरीदने पर उनके हिस्से का राशन देने से इनकार कर दिया।
इसका लोगों ने विरोध भी किया, लेकिन डीलर ने उनकी एक नहीं सुनी। ऐसे में लोगों को राशन के लिए मजबूरन तिरंगा खरीदना पड़ा।
मुद्दा
वरुण गांधी ने उठाया था मुद्दा
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर मुद्दा उठाया था।
उन्होंने घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'आजादी की 75वीं वर्षगांठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा। राशन कार्ड धारकों को या तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है। हर भारतीय के दिल में बसे तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीनकर वसूलना शर्मनाक है।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें ट्वीट और वीडियो
आजादी की 75वीं वर्षगाँठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 10, 2022
राशनकार्ड धारकों को या तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है।
हर भारतीय के हृदय में बसने वाले तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक है। pic.twitter.com/pYKZCfGaCV
वीडियो
वीडियो में सामने आई सच्चाई
वीडियो में एक राशन कार्ड धारक कहता नजर आ रहा है कि वह राशन लेने आया तो डीलर ने कहा कि झंडा ले लो। उसने कहा कि उसके पास पैसे नहीं है और वह झंडा नहीं लेना चाहता तो उसने देने से मना कर दिया।
वीडियो में डीलर कहता है कि सरकार का ऊपर से ऑर्डर आया है। वह लोगों को 20 रुपये में झंडा दे रहा है और न लेने पर राशन नहीं दिया जा रहा है।
कार्रवाई
प्रशासन ने राशन डीलर को निलंबित किया
इस मामले के सामने आने के बाद करनाल के जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोषी राशन डीलर दिनेश कुमार को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार के स्पष्ट आदेश है कि राशन दुकानों पर झंडे लोगों की सुविधा के लिए हैं। उन्हें खरीदने के लिए लोगों पर दबाव नहीं बनाया जा सकता है। बचे हुए झंडे 15 अगस्त के बाद वापस ले लिया जाएंगे।