गुजरात: 17 साल बाद बने थे मां-बाप, वडोदरा में नाव डूबने से दोनों बच्चों को खोया
क्या है खबर?
गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को हरणी झील में डूबे 12 बच्चों के घरों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हादसे में कुछ बच्चे अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अजवा रोड पर रहने वाले दंपति ने हादसे में अपने दो बच्चों को खो दिया। दंपति 17 साल बाद संतान का सुख पाए थे।
दंपति के दोनों बच्चे न्यू सनराइज स्कूल में पढ़ते थे। लड़का दूसरी कक्षा और उसकी बहन तीसरी कक्षा की छात्रा थी।
दुख
काफी मन्नतों के बाद पैदा हुए थे दोनों बच्चे
रिपोर्ट के मुताबिक, दंपति के एक रिश्तेदार ने बताया कि उनको शादी के 17 साल तक कोई संतान नहीं हुई थी। दोनों के जन्म से पहले माता-पिता कई सालों तक विभिन्न मंदिरों में घूमे में थे और मन्नत मांगी थी।
हादसे के बाद दोनों को झील से निकालकर अस्पताल ले गए, लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका। हादसे के समय बच्चों के पिता ब्रिटेन में थे, अब वह वडोदरा के लिए निकले हैं। बच्चों का पोस्टमॉर्टम कर दिया गया है।
हादसा
कैसे हुआ था हादसा?
गुरुवार को न्यू सनराइज स्कूल के शिक्षक और बच्चे पिकनिक मनाने के लिए हरणी झील पहुंचे थे। यहां 23 छात्र और 4 शिक्षकों ने नाव पर सवार होकर झील की यात्रा की।
इस दौरान अचानक नाव पलट गई, जिससे सभी झील में समा गए। हादसे के समय किसी ने भी लाइफ जैकेट नहीं थी। हादसे में 12 छात्रों और 2 शिक्षकों की मौत हो गई, जबकि 13 लोगों को बचा लिया गया।
मामले की जांच जारी है।