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गुजरात: पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, दी गई सलामी
विजय रुपाणी का राजकोट में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

गुजरात: पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, दी गई सलामी

लेखन गजेंद्र
संपादन भारत शर्मा
Jun 16, 2025
09:55 pm

क्या है खबर?

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का राजकोट में सोमवार रात को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीआर पाटिल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित विभिन्न नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके पार्थिव शरीर को राजकोट हवाई अड्डे से घर लाया गया, जहां उनकी पत्नी अंजलि, बेटे वैभव समेत अन्य लोग मौजूद थे। यहां से अंतिम यात्रा शुरू की गई।

ट्विटर पोस्ट

यहां देखें रूपाणी को दी गई 21 तोपों की सलामी का वीडियो

अंतिम यात्रा

रूपाणी की अंतिम यात्रा में उमड़ी लोगों की भीड़

राजकोट में पूर्व मुख्यमंत्री रूपाणी की अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोगों और समर्थकों ने उन्‍हें नम आंखों से विदाई दी। अंतिम यात्रा से पहले रूपाणी की पत्‍नी अंजलि रूपाणी ने भी उन्हें पुष्‍पांजलि देकर नम आंखों से उन्‍हें विदाई दीं। इस दौरान वह बेहद भावुक हो उठीं और अपने बेटे से लिपटकर रो पड़ीं। ऐसे में अन्य लोगों ने उन्हें ढांढस बंधाकर सांत्वना दी। अंतिम यात्रा में भाजपा कार्यकर्ता भी जुटे।

ट्विटर पोस्ट

यहां देखें गृह मंत्री अमित शाह की श्रद्धांजलि का वीडियो

प्रशंसा

रूपाणी संगठन और सरकार के प्रति समर्पित रहे- शाह

गृह मंत्री शाह ने अंतिम संस्कार के बीच रूपाणी के राजनीतिक करियर की प्रशंसा भी की। उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा, 'विजय भाई रूपाणी जीवन भर संगठन से लेकर सरकार तक विचारधारा के प्रति पूरी तरह समर्पित रहे। विजय भाई जैसे अनुशासित और निष्ठावान साथी को खोना मेरे साथ-साथ पूरे भाजपा परिवार के लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। वे अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी।'

श्रद्धांजलि

अंतिम यात्रा के रास्ते में हजारों लोगों ने दी श्रद्धांजलि

राजकोट में रूपाणी के प्रभाव का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि अंतिम यात्रा के रास्ते में पूरे समय श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा। इसके चलते अंतिम यात्रा करीब 4 घंटे में रामनाथ परा श्मशान घाट पहुंची। बारिश होने के बाद भी लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने को आतुर नजर आए। इस दौरान अंतिम यात्रा में शामिल सभी लोग 'विजय रूपाणी अमर रहे' 'जब तक सूरज चांद रहेगा, विजय भाई का नाम रहेगा' के नारे लगाते रहे।

अंतिम संस्कार

3 दिन बाद मिला शव

रुपाणी का निधन गुरुवार 12 जून को अहमदाबाद में हुआ था। वह एयर इंडिया के AI-171 विमान में बैठे थे, जो लंदन जाते समय अहमदाबाद में उड़ान भरने के कुछ सेकेंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उनका शव DNA जांच के बाद 3 दिन बाद मिला। अब तक कुल 119 लोगों के शवों की पहचान हो चुकी है। विमान में 242 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल सदस्य सवार थे, जिसमें 1 को छोड़कर सभी की मौत हुई थी।